पीओएस मशीन से खरीदे खाद, आधार कार्ड रखें पास
जिले में खाद और बीज की कोई कमी नहीं है। यह बातें जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने दैनिक जागरण कार्यालय में हुए प्रश्न पहर में किसानों के सवालों के जवाब में कही। उन्होंने किसानों को सुझाव किया कि पीओएस मशीन से ही खाद खरीदें। आधार कार्ड अपने पास रखें।
जेएनएन, बदायूं : जिले में खाद और बीज की कोई कमी नहीं है। यह बातें जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने दैनिक जागरण कार्यालय में हुए प्रश्न पहर में किसानों के सवालों के जवाब में कही। उन्होंने किसानों को सुझाव किया कि पीओएस मशीन से ही खाद खरीदें। आधार कार्ड अपने पास रखें। कहीं तौल में गड़बड़ी या अन्य कोई समस्या हो तो मौके से फोन करें। समस्या का त्वरित निदान कराएंगे। उन्होंने किसानों को एक हेक्टेअर फसल में खाद के प्रयोग की जानकारी दी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए बताया कि अगर किसी अपात्र के खाते में धनराशि पहुंच गई है तो चालान भरकर वापस कर दें। उप कृषि निदेशक कार्यालय में इसकी सूचना देकर खाता बंद करा दें, अन्यथा विभाग एफआइआर कराएगा। सवाल : धान में यूरिया लगाने को खाद के लिए मारामारी हुई थी, अब गेहूं की बोआइ में डीएपी वितरण की क्या तैयारी है। - राहुल सक्सेना, कछला
जवाब : जिले में खाद का भरपूर स्टाक है। सहकारी समितियों से लेकर निजी दुकानों तक खाद की कोई कमी नहीं होगी। पीओएस मशीन से ही खाद खरीदें।
सवाल : पिछले दिनों अधिक यूरिया की खरीद करने वाले किसानों पर कार्रवाई हुई थी, क्या अब भी यह व्यवस्था लागू रहेगी।
- रामकिशन, आवास विकास
जवाब : सभी दुकानों पर पीओएस मशीन लगी है। इसस पता चलता रहेगा कि किसने कितनी खाद खरीदी। जरूरत से ज्यादा खाद खरीदने वालों पर कार्रवाई हो सकती है।
सवाल : फसल में खाद लगाने का कोई मानक निर्धारित है या अंदाज से लगाना चाहिए।
- रक्षपाल सिंह, अंबियापुर
जवाब : एक हेक्टेयर गेहूं की पूरी फसल में 210 किग्रा यूरिया, 130 किग्रा डीएपी और 66 किग्रा एमओपी की आवश्यकता रहती है। आलू में 326 किग्रा यूरिया, 174 किग्रा डीएपी और 167 किग्रा एमओपी की जरूरत होती है। सवाल : अगर किसी अपात्र किसान के खाते में किसान सम्मान निधि पहुंच जाए तो वह क्या करे।
- राजीव कुमार, बिसौली
जवाब : इसके लिए भारत कोष प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि रिफंड में चालान से जमा करके उप कृषि निदेशक कार्यालय में रसीद जमा कराएं। खाता बंद करवा दें। सवाल : धान खरीद सेंटर पर महीन धान नहीं लिया जा रहा है, बाजार में भाव नहीं मिल रहा है। किसानों की समस्या का निदान प्रशासन क्या कर रहा है।
-मंगलसेन, कुंवरगांव
जवाब : यह समस्या प्रदेश स्तर की है। शासन से निर्देश मांगे हैं। शासन स्तर से ही इस पर निर्णय होगा। इनसेट ::
अब अदालत से तय होगा गौरी ब्रांड बीज का मामला
आसफपुर, बिसौली और दातागंज क्षेत्र के किसानों ने गौरी ब्रांड धान के बीज बोआइ से बर्बाद हुई फसल के बारे में भी सवाल किए। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि बीज कंपनी और दुकानदारों पर मुकदमा दर्ज करा दिया है। अब यह अदालत से तय होगा कि किसानों को क्या मुआवजा मिलेगा।
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अब तक 25 लोग वापस कर चुके सम्मान निधि
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अपात्रों के खातों में भी पहुंची है। कृषि विभाग के एफआइआर की चेतावनी पर अब तक जिले के 25 अपात्र धनराशि वापस करा चुके हैं।