UPPCL : बिजली विभाग का कारनामा, बिना कनेक्शन जारी कर दी आरसी- कोर्ट के आदेश प्राथमिकी
बिजली विभाग ने उनके पिता के नाम पर आरसी जारी कर दी। उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की बताया कि नलकूप लगा नहीं है फिर बिजली का बिल क्यों आ रहा है। कई बार फरियाद के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ। अमरजीत ने बताया कि उनके पिता अब हृदय रोगी हो गए हैं। कोर्ट ने उझानी पुलिस को प्राथमिकी के आदेश दिए।
संसू जागरण, उझानी। थाना क्षेत्र के गांव अब्दुल्लागंज निवासी व्यक्ति ने 12 साल पहले अपने खेत में नलकूप लगाने के लिए विद्युत विभाग में आवेदन किया। 11925 रुपये की रसीद कटवाई। इसके बाद नलकूप कनेक्शन के लिए 1.34 लाख रुपये दिए। लेकिन कनेक्शन नहीं लगा, इसके बाद भी बिजली विभाग ने आरसी जारी कर दी। इसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने विश्वास के हनन की प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
उझानी क्षेत्र के गांव अब्दुल्लागंज निवासी अमरजीत ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उनके पिता महावीर ने नलकूप कनेक्शन लेने के लिए 22 मई 2012 को अधिशासी अभियंता विद्युत खंड चतुर्थ से 11 हजार 925 रुपये जमा करके रसीद कटवाई थी। कुछ दिनों के बाद जेई को 36 हजार, दूसरी बार 40 हजार, तीसरी बार 46 हजार, चौथी बार 4 हजार, पांचवी बार 8 हजार रुपये दिए। लेकिन इसके बाद भी खेत में नलकूप का कनेक्शन नहीं हुआ। कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं हुआ।
फसल की सिंचाई न होने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई। अमरजीत ने जेई से कहा कि नलकूप लगवा दो या रुपये वापस कर दो। जेई आश्वासन देता रहा, लेकिन न रुपये वापस किए न नलकूप लगवाया। वह मजदूरी करने के लिए बाहर चले गए।
इसी दौरान बिजली विभाग ने उनके पिता के नाम पर आरसी जारी कर दी। उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की, बताया कि नलकूप लगा नहीं है फिर बिजली का बिल क्यों आ रहा है। कई बार फरियाद के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ। अमरजीत ने बताया कि उनके पिता अब हृदय रोगी हो गए हैं। कोर्ट ने उझानी पुलिस को प्राथमिकी के आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।