दहगवां में फैला खसरा, दो बच्चों की मौत
नगर में संक्रामक रोगों का प्रकोप खत्म नहीं हो रहा है। शनिवार को दो बच्चों की मौत हो गई।
दहगवां : नगर में संक्रामक रोगों का प्रकोप खत्म नहीं हो रहा है। शनिवार को दो बच्चों की खसरा और बुखार से मौत हो गई। कई लोग अभी भी बीमार हैं। जानकारी देने के बाद भी स्वास्थ्य महकमे ने गांव का दौरा करने की सुध नहीं ली है। बच्चों के परिजन दहशत में हैं।
कस्बा निवासी श्रीनिवास का बेटा खेमकरन (10) पिछले तीन दिन से खसरा से ग्रसित था। उसे बुखार भी आ रहा था। परिजन निजी चिकित्सक से इलाज करा रहे थे लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ। शनिवार को खेमकरन की मौत हो गई। इसी तरह कस्बा के ही राजपाल की पुत्री मिथलेश (15) भी तीन दिन से बुखार और खसरा से ग्रसित थी। उसने भी शनिवार को दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि खेमकरन इलाके के ही एसडीएम मेमोरियल स्कूल में पढ़ता था। पिछले दिनों ही उसे मिशन रूबेला के तहत टीका भी लगा था, बावजूद इसके उसे खसरे ने चपेट में ले लिया और मौत हो गई। इधर, मिथलेश के परिवार वालों ने बताया कि बुखार के साथ ही उसका गला भी बंद हो गया था। गांव के ही अजीत (छह माह) पुत्र गीता, दीपक पुत्र देवप्रकाश, मोहित पुत्र धर्मपाल, तमन्ना, अफसाना समेत कई बच्चे खसरा व बुखार से ग्रसित हैं। वर्जन
ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है। क्योंकि बुखार या खसरा होता तो कोई न कोई मरीज यहां जरूर आता। फिर भी गांव में टीम भेजकर मरीजों का परीक्षण करवाया जाएगा।
- डॉ. हरदत्त, एमओआइसी, दहगवां