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गेहूं क्रय केंद्रों पर दावे हजार, अव्यवस्थाएं बेशुमार

इस बार गेहूं क्रय केंद्रों पर जमकर अव्यवस्था हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 12:08 AM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 12:08 AM (IST)
गेहूं क्रय केंद्रों पर दावे हजार, अव्यवस्थाएं बेशुमार
गेहूं क्रय केंद्रों पर दावे हजार, अव्यवस्थाएं बेशुमार

बदायूं : लोकसभा चुनाव निपट जाने के बाद अब गेहूं खरीद जोर पकड़ने लगा है। जिला प्रशासन के दावे के इतर सेंटरों पर अव्यवस्थाएं हावी हैं। किसानों के लिए क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। खरीद शुरू होने के पौन महीना बाद भी क्रय केंद्रों पर माकूल इंतजाम नहीं हो पाए हैं। इसकी मार किसानों को झेलनी पड़ रही है। अधिकांश क्रय केंद्रों पर उपज को लेकर पहुंचने के बाद उन्हें बोरों की कमी या फिर खराब गेहूं बताकर लौटा दिया जाता है। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद का काम एक अप्रैल से शुरू हो गया, लेकिन किसान अपनी उपज लेकर 15 अप्रैल से पहुंचना शुरू हुए। शहर के मंडी समिति क्रय केंद्र पर बुधवार को सुबह से ही किसान अपनी उपज लेकर पहुंच गए। वहां किसानों को बैठने की कोई व्यवस्था नही थी। पानी पीने के लिए सरकारी नल पर जाना पड़ रहा था। हालांकि वरदाना और लेबर की समुचित व्यवस्था थी। कांटा बिना वजन के माइनस में बता रहा था। आनन- फानन में तैनात कर्मचारियों ने उसे सही किया। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है, कि जनपद में गेहूं खरीद केंद्र पर किसानों को सिर्फ समस्याओं से ही जूझना पड़ रहा है।

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सेंटर कम गेहूं नहीं ले रहे

मंडी समिति सेंटर पर एक या दो कुंतल गेहूं की खरीद नही कर रहे है। ऐसे किसानों को वापस किया जा रहा है। जिस कारण किसान कम दामों में अपनी उपज बिचौलियों को देने पर विवश है। खेतों में कटा पडा है गेहूं

बिनावर, मूसाझाग, दातागंज आदि इलाकों में अधिकांश किसानों का गेहूं कटने के बाद थ्रेसिग को बचा है। ऐसे में कहीं बरसात न हो जाए, इसलिए किसान दिन रात मेहनत कर अपनी उपज उठाने को प्रयासरत है। बिनावर में सिर्फ 50 क्विटल की खरीद

बिनावर गेहूं केंद्र का खाता खुला किसानों के अनुसार इस क्षेत्र में गेहूं की पैदावार लेट हुई है। अभी भी गेहूं की कटाई व थ्रेसिग खेतों में हो रही है। बुधवार को बिनावर केंद्र पर कुछ किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे। केंद्र संचालक पंकज गुप्ता ने बताया कि उनके यहां 50 क्विटल गेहूं आया। बताया कि सभी सुविधाएं है, किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।

133 केंद्रों पर हो रही खरीद

शासन की ओर से जनपद में 133 केंद्र खोले गए है। गेहूं का समर्थन मूल्य 1840 रूपए प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है। शासन ने इस वर्ष तीन हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा है।

वर्जन ::

जिले भर में 687 किसानों से करीब 41 हजार क्विटल की खरीद बुधवार तक हो गई है। क्रय केंद्रों पर किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो। इसकी समुचित व्यवस्था की गई है।

- प्रकाश नारायण, जिला विपरण अधिकार

बोले- किसान

फोटो 24 बीडीएन -10

इस सीजन में हम पहली बार अपना गेहूं लेकर आए है, अभी तक हमको कोई समस्या नही है।

- हिमांशु कुमार सिंह, रसूलपुर बिलहरी फोटो 24 बीडीएन -11

मंडी समिति स्थित क्रय केंद्र पर हमने अपना गेहूं डाला है। पेमेंट दो या तीन दिन में करने का आश्वासन दिया है। जल्दी हो जाए, तो बेहतर है।

- अनिल कुमार, मिर्धा टोला फोटो 24 बीडीएन -12

अभी हमारी पूरी उपज खेतों से उठी नही है, हम गेहूं क्रय केंद्र पर ही हर साल डालते आ रहे है। इस बार भी सरकारी क्रय केंद्र पर ही गेहूं डालेंगे। हमें को परेशानी नही होती है। - सतीश सिंह, बिनावर फोटो 24 बीडीएन -13

इस साल बरसात होने से हमारी फसल उठने में देरी हो गई है। देखते हैं, क्रय केंद्रों पर वारदाने और भंडारण की व्यवस्था ठीक रहती है, तो अपनी फसल वहीं डालेंगे।

- धर्मवीर सिंह, बिनावर


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