..तो चीनी मिल गेट पर टोकन बनाने में वसूली
शेखूपुर चीनी मिल गेट पर टोकन देने में जमकर अंधेरगर्दी चल रही है।
शेखूपुर : भरी धूप में किसान जैसे-तैसे गन्ने को मिल गेट पर पहुंचा पा रहे हैं, उस पर भी किसान को वहां टोकन की जिद्दोजहद करनी पड़ रही है। गेट पर पहुंचे कुछ किसान ऐसे भी हैं, जो डेली वेज कर्मचारियों को पैसा देकर अपना टोकन जारी करा रहे हैं। टोकन जारी करने के लिए किसानों से सौ से दो सौ रूपये तक की वसूली की जा रही है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी मिल के उच्चाधिकारियों को नहीं है। इतना सब कुछ होने के बाद भी मिल अधिकारी मूक बधिर बने बैठे है। इससे किसानों में रोष व्याप्त है। क्या कहते हैं किसान
फोटो 01 बीडीएन - 57
- इस बार गन्ने की पर्चियां ही काफी लेट मिली हैं। उस पर भी मिल में आए दिनों कोई न कोई खराबी आती रहती है। जिससे गेट पर गन्ना लेकर पहुंचे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
छोटे, शेखूपुर। फोटो 01 बीडीएन - 58
- मिल पर तैनात टोकन कर्मचारी अपनों लोगो ंकी पर्ची के टोकन पहले जारी कर देते हैं, अन्य को टहलाते है। इससे किसानों को इधर-उधर भटक कर टोकन बनवाने में जिद्दोजहद करनी पड़ रही है।
चंद्र प्रकाश, शेखूपुर। फोटो 01 बीडीएन 59
- मिल गेट पर किसानों से टोकन बनाने को लेकर अवैध वसूली की जा रही है। किसानों से प्रति टोकन के हिसाब से सौ से दो सौ रूपये तक की वसूली की जा रही हैं।
सुरेंद्र, शेखूपुर । वर्जन..
- जो किसान टोकन बनाने में अवैध वसूली की बात कह रहे हैं। वह पूरी तरह से गलत है। मिल गेट पर किसी किसान को परेशानी नहीं है। हम मॉनीटिरंग कर रहे हैं। फिर भी अवैध वसूली की बात पर मैं जांच कराऊंगा।
वीरेंद सिंह, प्रधान प्रबंधक