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महीनों की कड़ी मेहनत पर फिरा पानी

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) देने के लिए आए अभ्यर्थी उत्साह से भरे हुए थे लेकिन अंत में उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। महीनों की कड़ी मेहनत पर पानी फिर गया। पर्यवेक्षक ने बताया कि परीक्षा निरस्त कर दी गई है अपनी-अपनी कापियां जमा कर दें। एक महीने बाद दोबारा परीक्षा कराई जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 12:32 AM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 12:37 AM (IST)
महीनों की कड़ी मेहनत पर फिरा पानी
महीनों की कड़ी मेहनत पर फिरा पानी

जेएनएन, बदायूं : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) देने के लिए आए अभ्यर्थी उत्साह से भरे हुए थे, लेकिन अंत में उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। महीनों की कड़ी मेहनत पर पानी फिर गया। पर्यवेक्षक ने बताया कि परीक्षा निरस्त कर दी गई है, अपनी-अपनी कापियां जमा कर दें। एक महीने बाद दोबारा परीक्षा कराई जाएगी। इसके बाद गुस्साए अभ्यर्थियों को समझा-बुझाकर केंद्र से बाहर किया गया। दूर-दराज के अभ्यर्थी दूसरी पाली की परीक्षा में शामिल होने के लिए भी शहर आ चुके थे, लेकिन उन्हें भी बैरंग होना पड़ा।

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शहर के बीस परीक्षा केंद्रों पर पहली पाली में पौने दस बजे ही अभ्यर्थी पहुंच गए थे। आंसर सीट पहले ही वितरित की जा चुकी थी। ठीक दस बजे पेपर का भी वितरण करा दिया गया। हर सेंटर पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट निगरानी कर रहे थे, नकल विहीन परीक्षा के सारे इंतजाम किए गए थे। बमुश्किल पंद्रह मिनट गुजरे होंगे कि मजिस्ट्रेट परीक्षा कक्ष में पहुंचे और पेपर रद होने की सूचना देकर कापियां जमा करवाने लगे। महिला अभ्यर्थियों के साथ अभिभावक भी पहुंचे थे, परीक्षा शुरू हो जाने के बाद वह आसपास निकल गए। जानकारी मिलने पर वो भी केंद्र पहुंचे। अचानक परीक्षा निरस्त होने से अभ्यर्थी गुस्से में थे। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि अगले महीने फिर परीक्षा कराई जाएगी। यह भी बताया कि परिवहन निगम की बसों में उन्हें किराया नहीं देना होगा। जिलाधिकारी दीपा रंजन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.ओपी सिंह ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को जगह-जगह स्थिति संभालने के लिए लगा दिया। अभ्यर्थियों के वापस लौटने के बाद स्थिति सामान्य हुई। जिलाधिकारी ने बताया कि अभ्यर्थियों को बसों से मुफ्त घर तक भेजने के इंतजाम कराए गए। शासन से अगली तारीख तय होने पर पारदर्शी तरीके से परीक्षा कराई जाएगी।

इनसेट ::

शहर में बने जाम के हालात

यूपी टीईटी परीक्षा में 16,121 परीक्षार्थियों के शामिल होने को लेकर पुलिस प्रशासन ने जाम से निपटने के लिए तैयारी तो पहले से कर रखी थी, लेकिन परीक्षा दोपहर 12.30 बजे खत्म होनी थी। अचानक परीक्षा निरस्त होने से शहर में जगह-जगह जाम के हालात बन गए। मुख्य मार्ग पर स्थित कालेजों के आसपास तो गनीमत रही, लेकिन शहर के भीतर गलियों में स्थित विद्यालयों के पास स्थिति गंभीर बन गई। प्रशासन ने किसी तरह स्थिति को संभाला।

20 स्टेटिक मजिस्ट्रेट, 20 पर्यवेक्षक, सब बेकार

परीक्षा के लिए शहर में 20 केंद्र बनाए गए थे। इन पर केंद्र व्यवस्थापक के अलावा 20 स्टेटिक मजिस्ट्रेट, 20 पर्यवेक्षक, सीओ सिटी के अलावा छह इंस्पेक्टर, 46 दारोगा, 86 हेड कांस्टेबल, 26 महिला सिपाही की ड्यूटी लगाई गई थी। इनके अलावा तीन सचल दल और कक्ष निरीक्षक भी नियुक्त किए गए थे। सारी तैयारी बेकार चली गई। वर्जन ::

यूपी टीईटी का पर्चा लीक होने के मामले में अभी तक बदायूं से कोई लिक नहीं मिला है। शासन स्तर से संपर्क बना हुआ है। अचानक परीक्षा निरस्त होने पर अभ्यर्थियों को समझा-बुझाकर घर भेजा गया। बसों में उनके जाने की मुफ्त व्यवस्था कराई गई। कहीं कोई दिक्कत नहीं होने पाई।

- डा.ओपी सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक


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