आश्रय स्थल से घर तक बढ़ी प्रवासियों की निगरानी
- बीमार दिखने पर थर्मल स्क्रीनिग के साथ लिए जा रहे सैंपल - प्रधान व सचिव रोजाना देख रहे होम क्व
- बीमार दिखने पर थर्मल स्क्रीनिग के साथ लिए जा रहे सैंपल
- प्रधान व सचिव रोजाना देख रहे होम क्वारंटाइन की स्थिति
जागरण संवाददाता, बदायूं : कोरोना के नए केस दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी कामगारों में ही मिल रहे हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने प्रवासियों के जिले में आने के बाद आश्रय स्थल पर जहां एक-एक का स्वास्थ्य परीक्षण करने की व्यवस्था की है, वहीं बीमार दिखने वाले श्रमिकों का सैंपल भी लिया जा रहा है। वजह यह है कि अब तक जितने लोगों में कोरोना संक्रमण मिला है उनमें अधिकांश में कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं। होम क्वारंटाइन किए जा रहे लोगों की गांव में भी निगरानी बढ़ाई गई है।
ट्रेन और बसों के माध्यम से जिले में अब तक करीब 30 हजार प्रवासी आ चुके हैं। शुरुआत में जिले में 17 संक्रमित मिले थे, सभी स्वस्थ हो गए थे। उसके बाद कोरोना के पॉजिटिव केस निकलने बंद हो गए थे। महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान से आए प्रवासियों में संक्रमण मिलने के बाद देखते ही देखते नए कोरोना संक्रमितों की संख्या 21 तक पहुंच गई है। जिला प्रशासन के स्तर से अब कोशिश यह की जा रही है कि संक्रमितों को समय पर चिह्नित कर उपचार कराया जाए ताकि उनसे दूसरे लोगों में संक्रमण न फैलने पाए। इसी वजह से निगरानी सख्त की गई है। इसके पीछे मंशा किसी को परेशान करना नहीं बल्कि सभी को स्वस्थ रखना है। सैंपल की संख्या भी बढ़ाई गई है ताकि कहीं कोई संक्रमित हो तो उसका पता लगाकर उपचार कराया जा सके। वर्जन ::
गैर प्रांतों से आ रहे लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के साथ आवश्यकता के अनुसार सैंपल भी लिए जा रहे हैं। होम क्वारंटाइन के दौरान घर में रहें, इसलिए निगरानी समितियों को लगाया गया है। तहसील और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को औचक निरीक्षण कर क्वारंटाइन का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।
- कुमार प्रशांत, जिलाधिकारी