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गन्ना तौल शुरू नहीं, किसानों पर हावी हो गए माफिया

जिले में इस बार भी गन्ना किसान छला जाएगा। क्योंकि माफिया अभी से हावी होने लगा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 01:48 AM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 01:48 AM (IST)
गन्ना तौल शुरू नहीं, किसानों पर हावी हो गए माफिया
गन्ना तौल शुरू नहीं, किसानों पर हावी हो गए माफिया

बदायूं : जिले में इस बार भी गन्ना किसान छला जाएगा। हर साल की तरह किसानों को माफिया के चंगुल से बचाने के लिए पारदर्शी व्यवस्था करने का दावा किया गया था। एक किसान तो उसके रकबे के आधार पर पर्ची जारी करने का आधार तय किया गया। मगर, माफिया सिस्टम के इस चक्रव्यूह को भी तोड़ने में लगे हुए हैं। वह अभी से जाकर किसानों से उनकी फसल का सौदा कर रहे हैं। सरकारी रेट तीन सौ रुपये से ज्यादा का अनुमान होने के बाद भी माफिया दो सौ रुपये कुंतल की बोली लगाकर किसानों को अपनी ओर लुभा रहे हैं। माफिया के चंगुल में फंसा किसान इस बार भी ठगा जाएगा यह बात किसी से छिपी नहीं है।

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मेंथा के साथ-साथ जिले में गन्ना की काफी रकबे में फसल होती है। सबसे ज्यादा सदर तहसील क्षेत्र गन्ना की बेल्ट माना जाता है। गन्ना किसानों को हर साल फसल तैयार होने के बाद माफिया के चंगुल में फंसना पड़ता है। पिछले साल भी सेंटरों पर माफिया ही हावी रहे थे। इस साल व्यवस्था में कुछ सुधार की उम्मीद थी, लेकिन अभी से माफिया हावी होने लगे। पारदर्शी व्यवस्था को मात देते हुए किसानों को अभी से अपने चंगुल में फंसाने के लिए माफिया एजेंटों को गांव-गांव भेज रहे हैं। उनका कहना है कि सरकारी तौल सिर्फ उन्हीं की होगी जिनके रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, इस तरह से किसान अपना तय रकबे का गन्ना ही डाल पाएगा। इस बार फसल की उपज अच्छी होने की वजह से किसानों के गन्ने की उपज तय रकबे से ज्यादा हुई है इसलिए गन्ना डालने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। माफिया की ऐसी बातों में उलझकर किसान कोई फैसला नहीं ले पा रहा है। हालांकि अभी सेंटर भी निर्धारित नहीं हुए हैं फिर भी उनका गन्ना खरीदने का जतन माफिया ने शुरू कर दिया है।

वर्जन ..

बिचौलियों से बचाने के लिए सभी किसानों का पंजीकरण कराया है। जो भी गन्ना है वह क्रय केंद्रों पर ही तौला जाएगा। पंजीकरण के दौरान जो भी फसल उसमें दर्ज है उसकी पर्चियां जल्द ही किसानों तक पहुंचेंगी। माफिया कोई खेल नहीं कर पाएंगे। किसी किसान के पास कोई बिचौलिया जाकर उन्हें प्रलोभन देता है तो उसकी शिकायत करें, तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

- महेंद्र ¨सह, एडीएम वित्त ्र


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