सैदपुर के सात लोगों में डेंगू की पुष्टि, जिले में 28 संदिग्ध
बदायूं जिले में मलेरिया के साथ-साथ अब डेंगू के मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
बदायूं : जिले में मलेरिया के साथ-साथ अब डेंगू के मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अब तक डेंगू एंटीजन किट से 698 लोगों की जांच हुई जिसमें डेंगू के 28 संदिग्ध केस सामने आए हैं तो एलाइजा रीडर मशीन से हुई 20 जांचों में सात मरीजों में डेंगू की पुष्टि की गई है। डेंगू के सभी सात मरीज कस्बा सैदपुर के रहने वाले हैं इसके बाद भी स्वास्थ्य महकमा मच्छर जनित बीमारियों पर काबू पाने के लिए कोई इंतजाम नहीं कर रहा है। जाचों का दायरा नहीं बढ़ाया गया है तो इलाज के नाम पर भी औपरचारिकताएं निभाई जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की इसी लापरवाही की वजह से डेंगू का प्रकोप अब शहर के साथ-साथ गांव देहात में भी देखने को मिल रहा है। सबसे ज्यादा वजीरगंज और सैदपुर में डेंगू के संदिग्ध मरीजों की संख्या खुलकर सामने आई है। यहां पर पिछले एक महीने से तमाम लोग मच्छर जनित बीमारियों की चपेट में आए तो निजी लैब पर उनकी जांच रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने वहां एलाइजा टेस्ट नहीं कराए। इस वजह से समय रहते वहां बीमारी पर काबू नहीं पाया गया। बात स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई व्यवस्थाओं की करें तो जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड तो बना दिया गया है, मगर उसके आसपास गंदगी होने से वहां मच्छरों का प्रकोप ज्यादा है। इसके साथ ही डेंगू वार्ड में जिन डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है वह भी दिखाई नहीं देते। डेंगू की रिपोर्ट पुष्ट करने के लिए जिला अस्पताल में इस वर्ष एलाइजा रीडर मशीन लगाई गई, वह भी चलने से पहले ही खराब हो गई। इस वजह से अब एलाइजा टेस्ट के लिए लखनऊ सैंपल भेजे जाते हैं, जहां से समय रहते रिपोर्ट नहीं मिलती। डेंगू से किसी मौत की पुष्टि नहीं कर रहा स्वास्थ्य महकमा
जिले में संदिग्ध डेंगू से तीन मौत हो चुकी है। उनकी जांच रिपोर्ट भी निजी अस्पतालों में डेंगू पॉजिटिव आई थी, इसके बाद हालत बिगड़ने पर उनकी मौत हो गई। हर मौत की सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली, मगर स्वास्थ्य महकमा डेंगू से किसी भी मौत की पुष्टि नहीं कर रहा है। डीएम की फटकार के बाद हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग
मंगलवार को डीएम कुमार प्रशांत के पास शिकायत पहुंची कि शहर के तमाम मुहल्लों में डेंगू फैल चुका है, वहीं पर मच्छर जनित बीमारियों पर काबू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। इस तरह की शिकायतें मिलने के बाद डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। डीएम की फटकार के बाद स्वास्थ्य महकमा की टीम महाराज नगर मुहल्ले में पहुंची, जहां पर घरों में लार्वा टेस्ट किया गया तो 29 घरों में लार्वा पाए जाने पर सभी को नोटिस दिया गया। दोपहर से लेकर देर शाम तक स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया। डेंगू पर नियंत्रण करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। डेंगू वार्ड भी तैयार हो चुका है, वहां फिजीशियन की ड्यूटी भी लगाई जा चुकी है। अब तक डेंगू से किसी मरीज की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। सात मरीज पुष्ट हुए हैं वह सैदपुर के रहने वाले हैं और स्वस्थ्य हैं। अब गांव-गांव शिविर लगाकर लगातार जांच की जा रही हैं। ताकि मच्छर जनित बीमारियों पर काबू पाया जा सके।
- डॉ. कौशल गुप्ता, जिला संक्रामक रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल में लगी एलाइजा रीडर मशीन पुरानी है, इस वजह से उसमें तकनीकी दिक्कत आई है। उसको सही कराने का प्रयास किया जा रहा है। डेंगू वार्ड में सभी संसाधन मुहैया कराए जा चुके हैं।
- डॉ. विजय बहादुर, सीएमएस जिला अस्पताल