बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए
गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर छत्रपति वीर शिवाजी की मां राजमाता जीजाबाई की जयंती मनाई।
उझानी : गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर छत्रपति वीर शिवाजी की मां राजमाता जीजाबाई की 422वीं जयंती पर बेटियां बनें आत्मरक्षक कार्यक्रम के तहत बालिकाओं को आत्मरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के तरीकों का अभ्यास कराया गया। गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि जीजाबाई ने शक्ति, योग्यता और श्रेष्ठ संस्कारों से वीर शिवाजी को महान वीर योद्धा, स्वतंत्र हिन्दू राष्ट्र का छत्रपति, हिन्दू समाज का संरक्षक और गौरव बनाया। इस मौके पर बालिकाओं को गांठ लगाना, स्ट्रेचर बनाना, मरीज को ले जाने के तरीके, प्राथमिक उपचार, बाढ़, भूकंप, तूफानों और अग्निकांडों में लोगों की सहायता करना आदि का अभ्यास कराया गया। बालिकाओं ने मातृशक्ति जीजाबाई के चित्र पर पुष्पार्चन कर देशभक्ति गीत, लघुनाटिकाएं और कहानियों की शानदार प्रस्तुति दी। उत्कृष्ट बच्चों को सम्मानित किया गया। सचिन देव, माया सक्सेना, राजेश्वरी, ममता पाल, गीता, विनीता, प्रज्ञा, पूजा, सोहानी, नेहा, पल्लवी मौजूद रहीं।