कोटा निलंबित, वितरण अधिकारी पर भी गिरी गाज
कुंवरगांव के कोटेदार ऋषिपाल को जिलाधिकारी से झूठ बोलना महंगा पड़ गया। उसे निलंबित कर दिया।
जागरण संवाददाता, बदायूं : कुंवरगांव के कोटेदार ऋषिपाल ¨सह को जिलाधिकारी से झूठ बोलना महंगा पड़ गया। डीएम ने सत्यता जानने के बाद कोटे और वितरण अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
डीएम दिनेश कुमार ¨सह ने कुंवरगांव स्थित पीसीएफ के गेहूं क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण किया। केंद्र प्रभारी अवल कुमार गुप्ता नदारद पाए गए। इसी परिसर में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान देखकर डीएम ने उसका भी निरीक्षण कर डाला। कोटेदार ऋषिपाल ¨सह से वितरण अधिकारी के अनुपस्थित पाए जाने के संबंध में पूछा तो उसने बताया कि शाम चार बजे चले गए हैं। डीएम ने मोबाइल से वितरण अधिकारी से वार्ता की तो उसने डीएम को बताया कि वह एक बजे ही चला गया था। डीएम ने कोटेदार द्वारा झूठ बोलने पर कड़ी नाराजगी जताई और कोटे को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। नगर पंचायत कुंवरगांव के नलकूप चालक पोथीराम को वितरण अधिकारी के रूप में लगाया गया है। डीएम ने उसे भी निलंबित करने के निर्देश दिए है। इसी गेहूं क्रय केंद्र पर एक आढ़ती को डीएम ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। कुंवरगांव के थानाध्यक्ष को निर्देश दिए कि इसके संबंध में पूर्ण जांच की जाए कि यह आढ़ती क्रय केंद्र पर गेहूं तो नहीं बेचता है। डीएम ने कुंवरगांव ही राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के दूसरे क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया। केंद्र प्रभारी प्रमोद गुप्ता भी अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने इसके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डीएम ने किसानों से कहा कि किसी भी कृषक को गेहूँ की तौल कराने में किसी प्रकार की दिक्कत हो तो तत्काल उनके नम्बर 9454417525 एवं संबंधित उपजिलाधिकारी को फोन कर अवगत कराएं।