लॉकडाउन में 30 रोजे मुकम्मल, आज मनाई जाएगी ईद
लॉकडाउन में 30 रोजे मुकम्मल हो गए। घरों में ही इबादतों का दौर चलता रहा। अब सोमवार को ईद मनाई जाएगी।
जेएनएन, बदायूं : लॉकडाउन में 30 रोजे मुकम्मल हो गए। घरों में ही इबादतों का दौर चलता रहा। अब सोमवार को ईद मनाई जाएगी। ईद पर भी मस्जिद और ईदगाह में सामूहिक नमाज नहीं हो सकेगी। घरों में ही ईद बनाने की तैयारी चल रही है। बाजारों में ईद की खरीददारी तो हुई, लेकिन रौनक नहीं रही। ठेलों पर सेवाई-फेनी की बिक्री होती दिखाई दी।
जिला प्रशासन ने लॉकडाउन में रोस्टर के अनुरूप दुकानें खोलने का समय निर्धारित किया है। रविवार को जिले भर में बंदी का दिन है, लेकिन ईद का त्योहार देखते हुए ढील दी गई है। बाजार में जरूरी वस्तुओं की दुकानें खुली रहीं। सोमवार को ईद मनाने के लिए तैयारी तो पहले से की जा रही थी, आज भी लोगों ने जरूरत की वस्तुओं की खरीदारी की। सामान्य दिनों में ईद की पूर्व संध्या पर सुबह से लेकर देर रात तक बाजारों में भीड़ रहती थी। इस बार लॉकडाउन के चलते स्थिति बिल्कुल सामान्य दिखी। दुकानदार भी खाली बैठे रहे, इक्का-दुक्का ग्राहक ही दुकानों पर आते-जाते दिखाई दिए। वजह यह रही कि सामूहिक में कोई आयोजन नहीं होना है, घरों में ही ईद मनाई जानी है, इसलिए रोजेदारों ने भी पहले से ही जरूरी वस्तुएं खरीद कर रख ली हैं। जो लोग रह गए थे, उन लोगों ने आज खरीदारी की। जिला प्रशासन ने किराना की दुकानें तो नियमित खुल रही हैं, ईद को देखते हुए जिला प्रशासन ने कपड़ों और जूता-चप्पलों की दुकानों को खोलने की छूट दे दी थी। शहर की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी ईद की तैयारी का हाल कुछ इसी तरह का दिखाई दिया। दो महीना से लॉकडाउन चल रहा है, इसलिए अधिकांश लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, इसलिए बहुत जरूरी वस्तुओं की ही खरीदारी की गई। ईद के चांद का हुआ दीदार, लोगों ने मनाई खुशियां
रविवार देर शाम ईद के चांद का दीदार हुआ। लॉकडाउन में 30 रोजे मुकम्मल हो गए। घरों में ही इबादतों का दौर चलता रहा। अब सोमवार को ईद मनाई जाएगी। ईद पर भी मस्जिद और ईदगाह में सामूहिक नमाज नहीं हो सकेगी। घरों में ही ईद बनाने की तैयारी चल रही है। चांद देखकर एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। मोबाइल और वाट्सएप पर भी लोगों के बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया।