बदायूं वालों के लिए रेलवे ने खोला दिल
रेलवे ने बदायूं के लिए सौगात दी है। अब एक नहीं बल्कि चार दिन रामनगर बांद्रा एक्सप्रेस बदायूं से चलेगी।
बदायूं : रामनगर से आगरा फोर्ट के बीच रेलवे को एक और सहूलियत रेलवे बोर्ड ने कर दी है। पहले यह ट्रेन अप और डाउन में सप्ताह में केवल एक एक दिन ही थी। पर अब सप्ताह में तीन दिन लोगों को इससे सफर करने के लिए सहूलियत मिल गई है। रेलवे द्वारा खोले गए दिल से लोगों में उत्साह है। बता दें कि पिछले काफी दिनों से बरेली बदायूं रूट पर ट्रेनों की संख्या और फेरे बढ़ाए जाने की मांग की जा रही थी।
बदायूं रेलवे स्टेशन पर 15056 अप रामनगर आगरा फोर्ट एक्सप्रेस ट्रेन पूर्व में केवल एक दिन मंगलवार को थी। यह बरेली से चल कर रात में बदायूं दस बजकर पचास मिनट पर पहुंचती है। यही ट्रेन 15055 आगरा फोर्ट से रामनगर के लिए बुधवार की शाम को छह बजकर एक मिनट पर आती है। इससे यात्रियों को काफी सुविधा है। पर अरसे से मांग की जा रही थी कि इस ट्रेन या फिर अन्य ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए और ट्रेनों के फेरे बढ़ाए जाएं। इस डिमांड पर लगातार ही मंथन चल रहा था। पर अब पूर्वोत्तर रेलवे के अनुमोदन के बाद यह तय हो गया है कि बरेली से आने वाली इस 15056 रामनगर आगरा फोर्ट एक्सप्रेस ट्रेन यात्रियों को शुक्रवार और रविवार को भी मिलेगी। वहीं यह ट्रेन 15055 आगरा फोर्ट रामनगर एक्सप्रेस बुधवार के अलावा शनिवार और सोमवार को भी मिलेगी। एएसएम पारस कुमार के मुताबिक इस ट्रेन के दिन बढ़ाए जाने से यात्रियों को काफी फायदा होगा। काफी संख्या में यहां से लोगों का आगरा और बरेली आना जाना रहता है, यात्रियों को इसका लाभ होगा। आने जाने वाली सभी ट्रेनों में गूंज रहा जय माता दी
बदायूं रेलवे स्टेशन पर कासगंज से बरेली होते हुए टनकपुर जाने वाली ही नहीं बल्कि टनकपुर से बदायूं होकर कासगंज लौटने वाली ट्रेनों में जमकर भीड़ हो रही है। ट्रेनों में मां पूर्णागिरी मां के दर्शन करने जाने व आने वालों की काफी तादायत देखी जा रही है। वहीं ट्रेन के टिकट कलेक्शन की संख्या में भी इजाफा हुआ है। रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि चैत्र में अब चूंकि परीक्षाएं खत्म हो चुकी है इसलिए काफी संख्या में युवा भी पूर्णागिरी मेला जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बार अभी गेहूं की कटाई लेट है लिहाजा बीच में मेला कुछ हल्का होने की संभावना है। गेहूं की फसल कटाई के बाद फिर से मेला उफान पर आएगा। बता दें कि बदायूं कासगंज होकर इधर मैनपुरी, इटावा, एटा, कायमगंज, गंजडु़ंडवारा और आगरा आदि क्षेत्रों से काफी संख्या में मां पूर्णागिरी के भक्तों की आमद रहती है। अभी वर्तमान में भी साइकिलों से भी भक्तों का जत्था रवाना होता हुआ दिखाई दे जाता है।