पिस्टल के सौदागरों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
शहर में बिहार के मुंगेर की पिस्टलों की खरीद-फरोख्त समेत मरम्मत करने वाले गिरोह पर चार्जशीट लगा दी है।
बदायूं : शहर में बिहार के मुंगेर की पिस्टलों की खरीद-फरोख्त समेत मरम्मत करने वाले गिरोह में 10 लोग शामिल थे। पुलिस के पास इस तथ्य के पुख्ता सबूत हैं और इन्हीं सबूतों के आधार पर सभी आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। वहीं इंदौर तक पिस्टल की खेप लाने वाला शख्स पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे भी खोज निकाला जाएगा।
दो नवंबर को पुलिस की स्पेशल टीम ने पिस्टल की खरीद-फरोख्त के कारोबार से पर्दा उठाया था। इस मामले में टीम ने आठ पिस्टल बरामद की थीं और नौ लोग गिरफ्तार किए थे। इसके अलावा कारतूस भी पुलिस को मिले थे। शहर के शिवपुरम मुहल्ले में रहने वाले शिवम गुप्ता को पिस्टलों की डिलीवरी अलापुर थाने के कस्बा ककराला के वार्ड संख्या नौ निवासी भूरा उर्फ सरफराज नाम का शख्स करता था। यहां अपने आर्थिक फायदे के लिए शिवम लोगों को पिस्टल आसानी से मुहैया करा देता था। इस कांड के खुलासे के बाद शहर के कई सराफा, लकड़ी व मिठाई कारोबारियों की रातों की नींद उड़ गई थी। क्योंकि उन्होंने भी शिवम के जरिये रसूख की खातिर पिस्टलें खरीदी थीं। ये आरोपित हुए थे गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में भूरा के अलावा ककराला के ही वार्ड संख्या चार का सलीम, सदर कोतवाली इलाके के मुहल्ला नागरान का अमित, अल्फा खां सराय का ¨रकू, चौधरी सराय का करीम उर्फ गौर मुहम्मद, हुसैनी गली का पंकज व शिवपुरम निवासी विनोद गुप्ता गिरफ्तार किए थे। साथ ही थाना वजीरगंज के सैदपुर का पन्ना उर्फ इरफान और सम्भल की चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के गांव मई का मसरूर भी था। इनमें अमित पूर्व चेयरमैन इशरत अली के गनहाउस पर नौकरी करता था, इसलिए वहां इन पिस्टलों की मरम्मत भी करता था।
वर्जन ::
आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। इंदौर तक जो शख्स खेप लाता था, उसने फिलहाल भूरा से संपर्क साधना बंद कर दिया था। उसकी गिरफ्तारी भी जल्द होगी। असली फैक्ट्री तक पहुंचा जा सके।
- अनिल सिरोही, एसएचओ सिविल लाइंस