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संस्था ब्लैकलिस्टेड, फंसा 150 कर्मियों का मानदेय

जिले के सीएचसी और पीएचसी पर संविदा में स्टाफनर्स, वार्ड ब्वॉय व चौकीदारों का वेतन फंस गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 12:10 AM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 12:10 AM (IST)
संस्था ब्लैकलिस्टेड, फंसा 150 कर्मियों का मानदेय
संस्था ब्लैकलिस्टेड, फंसा 150 कर्मियों का मानदेय

बदायूं : जिले के सीएचसी और पीएचसी पर संविदा में स्टाफनर्स, वार्ड ब्वॉय व चौकीदारों को तैनात करने वाली संस्था जब से ब्लैकलिस्टेड हुई है, तब से संविदा स्टाफ का मानदेय भी पांच महीने से लटक गया है। ऐसे में न तो इन कर्मचारियों को हटाया जा रहा है और न ही मानदेय दिया गया है। मानदेय मिलने की आस में कर्मचारी काम पर आ रहे हैं। फिलहाल, मानदेय के आसार नहीं दिख रहे हैं।

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अवनी परिधि नाम की संस्था की ओर से जिले के सीएचसी और पीएचसी पर करीब डेढ़ सौ संविदा कर्मचारी तैनात किए गए थे। इनमें कोई स्टाफनर्स थी तो कोई वार्ड आया। चौकीदार और वार्ड ब्वाय के पदों पर भी भर्ती हुई थी। स्टाफ नर्स और वार्ड ब्वाय पदों पर 18 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय निर्धारित था। जबकि वार्ड आया को 10 हजार पांच सौ रुपये मिलने थे। वहीं चौकीदार का मानदेय 16 हजार रुपये रखा गया था। संस्था ने इन सभी को 11 महीने का अनुबंध पत्र भी दिया था।

इनका ये काम था

स्टाफनर्स का काम लेवर रूम में प्रसव कराना था। जबकि वार्ड आया को स्टाफनर्स के सहयोग के लिए लगाया था। इसी तरह वार्ड ब्वाय को मरीजों की देखभाल और इमरजेंसी में डॉक्टर के सहयोग के लिए रखा गया था। चौकीदार की जिम्मेदारी सुरक्षा व्यवस्था संभालने की थी।

जिम्मेदार एक दूसरे के पाले में फेंक रहे गेंद

कर्मचारियों के मानदेय न मिलने के मामले में जिम्मेदार एक-दूसरे के पाले में गेंद फेंक रहे हैं। वहीं, कर्मचारी परेशान हैं और सीएचसी पर काम करने के साथ वहां के चिकित्सा अधीक्षकों के अलावा सीएमओ आफिस के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन राहत कहीं से नहीं मिलती दिख रही। वर्जन ::

तत्कालीन सीएमओ ने यह भर्ती संस्था के माध्यम से की थी। मुझे इस मामले में जानकारी नहीं है। संस्था ब्लैक लिस्टेड हो चुकी है। अधिकारियों के संज्ञान में प्रकरण डाला गया है। निस्तारण वहीं से होगा।

- डॉ. आशाराम, सीएमओ


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