पसंद नहीं थी बीवी, इसलिए मार डाला
इलाके के गांव कोतलनगला के जंगल में मिली महिला की अधजली लाश की गुरुवार को शिनाख्त कर ली गई।
सहसवान : इलाके के गांव कोतलनगला के जंगल में मिली महिला की अधजली लाश की गुरुवार को शिनाख्त हो गई है। महिला बरेली के बारादरी की रहने वाली थी और एक महीना पहले ही उसकी शादी हुई थी। परिजनों ने गुरुवार रात पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर पैर के बिछिये से शिनाख्त कर ली है। हालांकि देर रात तक मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई थी। इधर, पुलिस भी काफी हद तक मामले के खुलासे के करीब पहुंच चुकी है।
मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे क्षेत्र के गांव कोतल नगला के ग्रामीणों ने खेतों में आग जलती देखी। ग्रामीण वहां पहुंचे तो खेत की मेड पर एक महिला का शव जल रहा था। महिला की उम्र करीब 20 साल थी और उसका शरीर पूरी तरह निर्वस्त्र था लेकिन गले में अधजला ¨प्रटिड कपड़ा फंसा हुआ था। अंदाजा लगाया जा रहा था कि महिला की घटना स्थल पर ही हत्या की गई और पहचान छिपाने के लिए उसके शव को वहां पड़े यूकेलिप्टिस के पत्तों से जलाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने ग्राम प्रधान राजेश कुमार की ओर से अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शव को बदायूं मोर्चरी में रखवा दिया। वहीं गुरुवार रात बरेली के थाना बारादरी इलाके के मुहल्ला दुर्गानगर निवासी चंद्रपाल समेत उनके परिवार के लोग यहां पहुंचे और शव की शिनाख्त आरती के रूप में की। दामाद पर जताया था शक
चंद्रपाल ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी आरती की शादी 15 दिसंबर को कासगंज के थाना नगरिया इलाके के गांव चंदवा निवासी रोहित पुत्र झरगद के साथ की थी। पिछले दिनों आरती विदा में यहां आई थी। 15 जनवरी को उसने अपनी सहेलियों को घर पर बुलाया था। पिता घर पहुंचे तो बेटी को सहेलियों के साथ देखकर पिता पड़ोस के घर में जाकर बैठ गए। कुछ देर बाद लौटे तो पता लगा कि आरती और सहेलियां वहां से नदारद थीं। सहेलियों से पूछताछ की तो पता लगा कि आरती ने उनसे कहा था कि पति से मिलने जा रही है। इसके बाद उसका कोई पता नहीं लगा। सेटेलाइट से किया था अगवा
सहसवान कोतवाल कुशलवीर ¨सह ने बताया कि अभी तक यही पता लगा कि है कि आरती को उसके पति ने 15 जनवरी की शाम तीन बजे अपने सहयोगियों के साथ बरेली के सेटेलाइट से अगवा किया था। बाद में सहसवान इलाके में लाकर उसकी हत्या की और शव के कपड़े उतारने के बाद उसकी पहचान मिटाने के लिए आग के हवाले कर दिया। पति के साथ कौन-कौन इस वारदात में शामिल था, इसकी जांच की जा रही है। अभी तक यही पता लग सका है कि पति को आरती पसंद नहीं थी, इसलिए शादी के एक महीने बाद ही उसे ठिकाने लगा दिया गया।