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कहीं भूख से दम तोड़ रहीं तो कहीं से गायब हो गईं गाय

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद भी गोवंश पशुओं की रक्षा को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 12:22 AM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 06:02 AM (IST)
कहीं भूख से दम तोड़ रहीं तो कहीं से गायब हो गईं गाय
कहीं भूख से दम तोड़ रहीं तो कहीं से गायब हो गईं गाय

जागरण संवाददाता, बदायूं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद भी गोवंश पशुओं की रक्षा को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। गोशालाओं में इन गोवंशीयों की देखरेख के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सबसे बदतर हालात म्याऊं ब्लॉक में हैं जहां अलग-अलग स्थानों पर कई गोवंशीयों की मौत होने पर उनको दफनाया तक नहीं गया। कुत्तों ने उनको निवाला बनाया तो भी सिस्टम नहीं चेता। हैरत की बात तो यह है कि हाल ही में कछला की गोशाला में एक साथ 22 गोवंशीयों की मौत होने के बाद भी सिस्टम गोवंशीयों की सुरक्षा को कोई कदम नहीं उठा रहा है। आफत में गोवंशीय

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संसू, म्याऊं : ब्लॉक क्षेत्र के गांव ग्योति, चकवा, वन बौसारी, लभारी, अभिगांव, अल्लाहपुर में अभी तक गोवंशीयों को सुरक्षित रखने के लिए गोशाला ही नहीं बनाई गई हैं। गांव चकवा के पास एक गोवंशीय की कटीले तार में फंसकर मौत हो गई। शनिवार को लोगों ने गाय का शव देखा तो इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। आरोप है, किसी ने भी सुनवाई नहीं की। गाय के शव को दफनाने के बजाए बटिया के पास मौजूद कचरे में डाल दिया। कुत्ते नोचते रहे गाय का शव

तीन दिन पहले म्याऊं ब्लॉक के ही सामने आवारा घूम रही गाय को किसी वाहन ने टक्कर मार दी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सुबह के वक्त लोगों ने देखा कि गाय के शव को कुत्ते नोच रहे हैं तो वह आक्रोशित हो गए। विरोध देखते हुए गाय के शव को वहां से हटवाया।

कागजों में 37 मौके पर एक भी गोवंशीय नहीं

गांव गौतरा पट्टी मुकुट हल्ली में गोशाला बनी हुई है। यहां पर रजिस्टर्ड में 37 गोवंशीय दर्ज हैं, लेकिन मौके पर एक भी नहीं है। हड़ौरा की गोशाला में 33 गोवंशीय रजिस्टर्ड हैं। मौके पर सिर्फ 10 गोवंशीय हैं। इसी तरह से उसावां ब्लॉक के गांव रिजोला में 77 गोवंशीय रजिस्टर में दर्ज हैं और उनकी देखभाल करने के लिए दो केयर टेकर भी हैं यहां सिर्फ 40 गोवंशीय मौजूद हैं। पक्की गोशाला में सिर्फ दो ही गोवंशीय

संसू, फैजगंज बेहटा : नगर पंचायत प्रशासन ने गोवंशीयों की देखरेख को एक बिल्डिग में गोशाला बना दी गई है। यहां पर केयर टेकर की भी तैनाती की गई थी। इस गोशाला में सिर्फ दो ही गोवंशीय देखने को मिले। कुछ समय पहले एक घायल गोवंशीय की इलाज के अभाव में मौत हो गई। सूचना के बाद भी कोई नहीं पहुंचा तो लोगों ने उसको दफन कराया। इसके अलावा एक गोवंशीय करीब डेढ़ महीने से घायल हालत में घूम रहा है जिसके इलाज की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। वर्जन

जहां जरूरत है वहां गोशाला बन चुकी हैं। इसके बाद भी कहीं शिकायत मिलती है तो वहां पर गोशाला बनवाई जाएगी। गोवंशीयों की देखरेख सही से की जा रही है, इसकी मॉनीटरिग की जा रही है।

- वीपी सिंह, बीडीओ म्याऊं कहीं पर गोवंशीय घायल है तो उसकी सूचना उनके पास नहीं पहुंची है। वह टीम भेजकर उसका इलाज कराएंगे। गोवंशीयों की सुरक्षा के लिए हम मुस्तैद हैं।

- संदीप चंद्रा, ईओ फैजगंज बेहटा डीएम के आदेश पर गोशालाओं का निरीक्षण किया था। गोवंशीयों को घूमता देखा गया था। स्थिति सही करने के आदेश दिए गए थे। अब कहीं कोई समस्या है तो कार्रवाई की जाएगी।

- कुंवर बहादुर सिंह, एसडीएम दातागंज सभी गोशालाओं में गोवंशीयों की बेहतर देखरेख की जा रही है। मॉनीटरिग हम खुद कर रहे हैं। म्याऊं क्षेत्र में गोवंशीयों की देखभाल नहीं हो रही है तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. एके जादौन, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी


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