वर्दी पर नया संकट 'दूजी घरवाली'
अनुशासनहीनता, ड्यूटी में गंभीर लापरवाही, सरकार के विरुद्ध कार्य ही ऐसे आरोप थे।
बदायूं : अनुशासनहीनता, ड्यूटी में गंभीर लापरवाही, सरकार के विरुद्ध कार्य ही ऐसे आरोप थे, जिनके साबित होने पर पुलिस कांस्टेबल सेवा से बर्खास्त किए जाते थे। अब सिपाहियों की नौकरी पर नया संकट आया है 'बाहरवाली' का। दो शादियां करने पर महज चार दिन के भीतर जिले में दो कांस्टेबल से वर्दी पहनने का हक हमेशा के लिए छीन लिया गया। पांच अन्य की जांच जारी है। आचरण पर दाग में कार्रवाई से पूरा महकमा सन्न है।
आचरण की कसौटी पर परखे जा रहे सिपाही
पुलिस की छवि पर कभी दबगंई, कभी लापरवाही के आरोप बट्टा लगाते रहे हैं। एसएसपी ने अब छवि में सुधार के लिए आचरण की कसौटी पर परखना शुरू कराया है। गोपनीय तौर पर ऐसे सिपाहियों की जानकारी जुटाई जा रही है। ड्यूटी के दौरान गतिविधियों के परीक्षण के साथ ही घर-परिवार के हालात भी टटोले जा रहे हैं। इसी आधार पर चली जांच में अलापुर थाने में तैनात सिपाही रमेश बाबू पर पहली पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी करने के आरोपों की पुष्टि हुई। उन पर 21 नवंबर को बर्खास्तगी की गाज गिरी। शनिवार को यूपी-100 में तैनात कांस्टेबल पातीराम की वर्दी भी छीन ली गई।
रडार में पांच और सिपाही, चल रही जांच
जिले में पांच और सिपाही चिह्नित किए गए हैं, जो बाहरवाही के चक्कर में फंसे हैं। गोपनीय तौर पर इनकी जांच कराई जा रही है। पुख्ता सबूत मिलने के बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। इसलिए छिनी वर्दी
उत्तर प्रदेश पुलिस आचरण नियमावली में पहली पत्नी के साथ रहते कर्मचारी का दूसरी शादी करना उल्लंघन माना गया है। इसकी जानकारी होने पर विभागीय तौर पर जांच की जाती है। दोष सिद्ध होने पर कारण बताओ नोटिस जारी होता है। सिपाही के पक्ष और तर्क से संतुष्ट न होने पर सेवा समाप्ति तक प्रावधान है। वर्जन ::
बर्खास्तगी की जांच और कार्रवाई चंद दिनों की नहीं बल्कि लंबी प्रक्रिया होती है। पुख्ता साक्ष्यों के आधार पर ही वैधानिक प्रक्रिया अपनाई जाती है। जो मामले पता चले हैं, उनकी जांच चल रही है। अनुशासनहीनता और नियमावली का पालन न करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
- जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी सिटी