नहीं खुली नई इमरजेंसी, स्ट्रेचर पर होता है इलाज
इमरजेंसी हैंडओवर नहीं होने से मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
फोटो - 13 बीडीएन - 12
- हैंडओवर नहीं होने से उठानी पड़ रही परेशानी
- मरीजों की संख्या बढ़ने पर पुराने वार्ड में बिगड़ते हैं हालात
जागरण संवाददाता, बदायूं : जिला अस्पताल में स्टॉफ और संसाधन तो मौजूद हैं लेकिन इलाज करने के लिए जगह नहीं है। तीन बेड के इमरजेंसी वार्ड में अगर मरीजों की संख्या बढ़ जाती है तो स्ट्रेचर पर इलाज करना पड़ता है। जबकि नया इमरजेंसी वार्ड बनकर खड़ा है लेकिन हैंडओवर नहीं होने से परेशानी उठानी पड़ रही है। सोमवार की रात हादसे में गंभीर घायलों के इलाज के दौरान कुछ ऐसे ही हालात बने।
2016 में जिला अस्पताल में नया इमरजेंसी वार्ड बनकर तैयार हो गया। जिसमें 22 मरीजों के एक साथ इलाज की सुविधा है। 50 से अधिक मरीजों को भर्ती भी किया जा सकता है। भवन का लिटर टपकने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने कार्यदायी संस्था से हैंडओवर नहीं लिया। जबकि पिछले साल जिले में बुखार फैला तो अस्पताल ओवरलोड हो गया। ऐसे में यहां मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं बची। दोबारा इस वार्ड की सुध आई। कार्यदायी संस्था को पत्र लिखे गए और भवन की मरम्मत शुरू हुई। फिर भी सीढि़यों पर रेलिग लगने का काम पूरा नहीं हो सका। यह इमरजेंसी वार्ड अभी भी बंद पड़ा है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप