बदायूं के कैदी की आगरा मेडिकल कालेज में मौत
गांव के ही बरकतउल्ला की गोली मारकर हत्या करने के मामले में सजा काट रहे कैदी की मौत हो गई।
सिलहरी : गांव के ही बरकतउल्ला की गोली मारकर हत्या करने के मामले में सजा काट रहे कैदी हिफजुल हसन की आगरा मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई। परिजन शव लेने आगरा गए हैं।
थाना मूसाझाग इलाके के गांव थलियानगला निवासी हिफजुल हसन (60) ने साल 1982 में गांव के ही बरकतउल्ला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मर्डर में कोर्ट ने उसे 20 साल कैद की सजा सुनाई थी। शुरूआत में उसे बदायूं जेल में ही रखा गया था। बाद में प्रशासनिक आधार पर फतेहगढ़ जेल भेज दिया। करीब दो साल पहले हाईकोर्ट में अपील के आधार पर वह जेल से रिहा भी हुआ था लेकिन कुछ दिन बाद अपील खारिज होने पर उसे पुन: जेल जाना पड़ा था। इस बार बदायूं से उसे प्रशासनिक आधार पर कासगंज जेल भेज दिया गया था। कुछ दिनों से उसकी तबीयत खराब चल रही थी। कासगंज जेल प्रशासन ने उसे आगरा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था। शनिवार दोपहर बाद उसकी मौत हो गई। पत्नी अच्छो बेगम ने बताया कि पति के बीमार होने की कोई खबर उन्हें नहीं मिली थी, केवल मौत की खबर शनिवार को मिली। गांव के प्रधान रियाजुल हसन ने बताया कि हिफजुल के एक पुत्र मेराज अली और चार पुत्रियां हैं। परिवार भूमिहीन है। वर्जन
- उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली है। चूंकि सिद्धदोष बंदी कासगंज जेल में निरुद्ध था। ऐसे में परिजनों को वहीं से सूचना मिली होगी।
आदित्य कुमार, जेलर