शहर के आंचल में दलदल, खड़ंजे पर 'विकास'
सिरसा ठेर गांव में लोग परेशान हैं।
बदायूं : सिरसा ठेर। जिसके नाम ही ठेर लगा हो तो यह ख्याल आता है कि गांव की हालत भी खस्ता ही होगी। है भी वैसा ही। वैसे तो यह गांव शहर के आंचल में बसा है लेकिन शहर जैसी सुख सुविधाओं से आज भी वंचित है। एक तरह से कह सकते हैं कि विकास की गंगा बहाने का दावा करने वालों की यह गांव पोल खोल रहा है। विकसित क्षेत्र बाईपास के बराबर में बसे गांव सिरसा ठेर में न तो कोई मूलभूत सुविधाएं दी गई हैं और न ही गांव वालों को बाहर निकलने के लिए कोई पक्का रास्ता दिया गया है। पुरानी मिट्टी और खड़ंजे वाली रोड पर जलभराव मौजूद है जिसकी वजह से कोई उस रास्ते से नहीं निकल सकता। ग्रामीण हर वक्त परेशानी झेलते हुए अपनी शिकायतें दर्ज कराते हैं, लेकिन उनकी फरियाद अनसुनी कर दी जाती है। स्थानीय स्तर पर सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी भेजी है।
सिरसा ठेर से शहर की दूरी महज पांच सौ मीटर है। वहां तक शहर की वसीयत भी पहुंच चुकी है। तमाम कालोनियां विकसित हो रही हैं तो उद्योग धंधे भी उस दिशा में खोले जा रहे हैं। गांव के ही बाहर से बाईपास गुजरा है जो शहर के लिए बड़ा प्रोजेक्ट है। इस गांव से शहर तक आने के लिए जो खड़ंजा है उसपर पानी भरा रहता है। जलभराव का मुख्य कारण है कि गांव के पानी को कहीं से निकास नहीं दिया गया है। निकास न होने की वजह से गांव के अलावा शहर के तमाम मुहल्लों का पानी उसी रोड पर भरता रहता है जिस वह से अब वह खड़ंजा दलदल में तब्दील हो चुका है। वहां से वाहन निकलना तो दूर कोई पैदल जाना चाहे तो भी नहीं निकल सकता। पानी में बहे जलभराव खत्म करने को आए 40 लाख
सिरसा गांव के अलावा शहर के तमाम मुहल्लों की समस्या खत्म कराने के लिए सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने वहां पर 40 लाख की लागत वाला नाला स्वीकृत कराया था। विधायक के प्रस्ताव पर सीवर लाइन की तर्ज पर नाला मंजूर हुआ तो उसका काम भी पूरा हो गया। क्षेत्रवासियों को लगा कि अब उनकी समस्या दूर हो जाएगी, लेकिन उस नाले से कुछ भी हल नहीं हुआ। यह नाला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया जिससे वहां पानी निकासी के नाम पर कुछ भी नहीं हो सका। वर्जन ::
सिरसा ठेर के ग्रामीणों की समस्या दूर कराने के लिए 40 लाख रुपये आवंटित कराकर नाला का निर्माण कराया है। नाले के संबंध में अधिशासी अभियंता जल निगम से रिपोर्ट मांगी है, जो भी समस्या होगी उसका निदान कराया जाएगा।
- महेश चंद्र गुप्ता, सदर विधायक