मंडी समिति क्षेत्र में कर्फ्यू जैसे हालात, बाजार रहा बंद
मतगणना के दौरान पुलिस ने काफी सख्ती बरती। बाजार बंद करा दिया।
बदायूं : मतगणना के दौरान मंडी समिति के आसपास का पूरा इलाका पुलिस ने सील कर दिया। एक तरह से कर्फ्यू जैसे हालात रहे। पुलिस ने क्षेत्र का बाजार भी बंद करा दिया। वहीं मंडी समिति पुलिस चौकी से लेकर अलापुर व ककराला रोड पर वाहनों की चहलकदमी भी रोक दी गई। दोनों तरफ बैरियर लगाकर पूरे क्षेत्र की नाकाबंदी कर दी गई। खुद एडीएम और सीओ सिटी राघवेंद्र सिंह मंडी पुलिस चौकी पर बैठकर सजगता का जायजा लेते रहे। साल 2012 की मतगणना के दौरान हुए बवाल के चलते इस बार यह फैसला लिया गया।
विधानसभा चुनाव साल 2012 में मतगणना के दौरान सपा और भाजपा समर्थकों के बीच टकराव हो गया था। पुलिस ने हस्तक्षेप किया तो भीड़ ने आपसी विवाद छोड़ पुलिस को निशाने पर ले लिया। भीषण पथराव के दौरान पुलिस ने बल प्रयोग करके बमुश्किल हालात काबू किए थे। उस वक्त तत्कालीन सीओ सिटी श्रीशचंद्र (मौजूदा एडिशन एसपी इलाहाबाद) को साधारण चोट भी लगी थी। उस घटना से सबक लेते हुए अधिकारियों ने मंडी स्थल के बाहर भी किसी तरह की भीड़ नहीं जुटने दी। कार्यकर्ताओं की भीड़ पीछे ही रोक दी गई। केवल प्रत्याशियों समेत उन लोगों को इस सुरक्षा घेरे में जाने की अनुमति थी, जिनके पास अधिकृत पास थे। गलियों से सेंधमारी कर लोगों ने जाना रूझान
मतगणना स्थल के आसपास का माहौल देखने की उत्सुकता लोगों में भरपूर थी। भीड़ को पुलिस एक किलोमीटर पहले ही रोके हुए थी। बावजूद इसके कुछ लोग सेंधमारी करके गलियों के रास्ते मंडी समिति गेट तक पहुंचे लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें टिकने नहीं दिया। दुकानें भी इसलिए बंद करा दी गईं, ताकि लोग दुकान पर बैठने के बहाने भीड़ एकत्र न कर सकें। सपा प्रत्याशी के आवास पर जुटे समर्थक
महागठबंधन प्रत्याशी धर्मेद्र यादव का आवास मंडी समिति से कुछ दूरी पर है। ऐसे में उनके समर्थक पूरे दिन आवास पर ही जुटे रहे। वाहनों का रैला समेत लोगों की भीड़ वहां लगी एलईडी पर देशभर के चुनावी हालात की जानकारी लेती रही। सपा और बसपा के नेताओं समेत कई पूर्व विधायक भी धर्मेंद्र के आवास पर ही बैठकर फैसले का इंतजार करते दिखे।
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