ट्रकों की मूल 'पहचान' मिटाने वाला दबोचा
जेएनएन बदायूं एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) लखनऊ ने सदर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले एक मिस्त्री को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह ट्रक व अन्य वाहनों के इंजन व चेचिस नंबर बदलकर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह में शामिल है। उसके पास से एक सेंट्रो कार और मूल चेचिस नंबर मिटाने व नया लिखने वाले उपकरण भी बरामद हुए है। एसटीएफ ने शहर कोतवाली में आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी चोरी करने फर्जी दस्तावेज बनाने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
जेएनएन, बदायूं : एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) लखनऊ ने सदर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले एक मिस्त्री को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह ट्रक व अन्य वाहनों के इंजन व चेचिस नंबर बदलकर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह में शामिल है। उसके पास से एक सेंट्रो कार और मूल चेचिस नंबर मिटाने व नया लिखने वाले उपकरण भी बरामद हुए है। एसटीएफ ने शहर कोतवाली में आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी, चोरी करने, फर्जी दस्तावेज बनाने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि 29 सितंबर को आगरा से ट्रकों के रजिस्ट्रेशन में हेराफेरी करने वाले दो लोगों को पकड़ा गया था। उनके पास से सात ट्रक बरामद किए गए थे। पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने लखनऊ के कुछ लोगों के नाम बताए थे। इसके बाद एसटीएफ ने लखनऊ के आरोपितों की गिरफ्तारी की तो पता चला कि यह लोग आरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों की मिलीभगत से ट्रकों के फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर तैयार कराते थे। इसके बाद बाद ट्रकों पर लिखे हुए मूल चेचिस नंबर को मिटाकर दूसरा लिख देते थे। पूछताछ में पता चला कि गाड़ी की नई नंबर लिखी चेचिस तैयार करने का काम बदायूं के शहर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला फरशौरी टोला निवासी नसीम करता है, जो कि मिस्त्री और वेंडर भी है। इस पर एसटीएफ लखनऊ के उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह सेंगर, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार यादव, कृष्णकांत शुक्ला, कांस्टेबल सुनील कुमार यादव व चालक राजेश कुमार मिश्रा बदायूं पहुंचे। उन्होंने नसीम की तलाश शुरू की। सूचना मिली कि बरेली बाइपास आसरा आवास रोड पर नसीम खड़ा है, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। टीम उसे लेकर थाने पहुंची। पूछताछ में उसने अपने पास एक सेंट्रो कार होना बताया। टीम ने बदली चेचिस नंबर की चोरी की सेंट्रो कार व नंबर मिटाने वाला ग्रांडर, लिखने वाले उपकरण, एल्यूमिनियम की पट्टी, तीन डिब्बे, दो मोबाइल फोन आदि बरामद किए हैं। बैंक लोन का भी था खेल
यह गिरोह ट्रकों के चेचिस नंबर बदलने तक सीमित नहीं था। फर्जी दस्तावेजों की मदद से एक ही गाड़ी पर कई बार लोन लेते थे। बाद में किश्त डिफाल्टर कर गाड़ी चोरी का मुकदमा दर्ज कराते थे।
एसटीएफ लखनऊ की टीम ने यहां आकर एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। यह ट्रकों की चेचिस नंबर आदि बदलकर फर्जीवाड़ा करता था। इससे पहले लखनऊ और आगरा में भी कार्रवाई हो चुकी है। वहीं से मिली जानकारी के आधार पर एसटीएफ ने यहां कार्रवाई की है।
- प्रवीण सिंह चौहान, एसपी सिटी