सैदपुर में गीले कूड़े से बनेगी खाद
शहर की तर्ज पर नगर पंचायत सैदपुर में भी एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। जिसका करीब 60 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। नगर से निकलने वाले सूखे गीले कचरे का निस्तारण एमआरएफ सिस्टम की तकनीकी से होगा। गीले कूड़े से खाद बनाई जाएगी।
जेएनएन, बदायूं : शहर की तर्ज पर नगर पंचायत सैदपुर में भी एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। जिसका करीब 60 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। नगर से निकलने वाले सूखे गीले कचरे का निस्तारण एमआरएफ सिस्टम की तकनीकी से होगा। गीले कूड़े से खाद बनाई जाएगी। सूखे कूड़े में से बिनकर कांच, प्लास्टिक, पालीथिन और कांच की बोतलें कबाड़ के रूप में बेचने में सहायक होगा। इससे पंचायत की आय बढ़ेगी।
स्वच्छ भारत मिशन में सैदपुर नगर पंचायत में 33.67 लाख रुपये की लगात से इसका निर्माण किया जा रहा है। 15 नवंबर तक इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। इससे सैदपुर वासियों की नगर में फैले रहने वाले कूड़े की शिकायतों का समाधान होगा। इसके साथ ही क्षेत्र में कूड़े से फैलने वाली संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका भी खत्म होगी। लोगों की इस समस्या को ध्यान में रखकर सैदपुर नगर पंचायत प्रशासन ने जिला प्रशासन को एमआरएफ सिस्टम स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा था। जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी। वहीं, नगर पंचायत की साफ सफाई को 42 सफाई कर्मचारी तैनात है। एमआरएफ निर्माण के बाद इनको सूखे-गीले कूड़े की छटाई और खाद बनवाने के काम में लगाया जाएगा। अधीशासी अधिकारी राजीव कुमार ने बताया एमआरएफ सिस्टम का निर्माण करीब 60 फीसद पूरा हो चुका है। 15 नंबवर तक पूरी तरह से कार्य पूरा कराने की उम्मीद है।