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महावा नदी बचाने के लिए ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठे

महावा नदी को पुनर्जीवित कराए जाने की मांग को लेकर तमाम लोगों ने भूख हड़ताल की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 12:00 AM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 12:00 AM (IST)
महावा नदी बचाने के लिए ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठे
महावा नदी बचाने के लिए ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठे

दहगवां : महावा नदी को पुनर्जीवित कराए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के जिला मीडिया प्रभारी लताफत हुसैन के नेतृत्व में ग्रामीणों ने नदी के उस्मानपुर पुल के पास एकदिनी भूख हड़ताल की और थानाध्यक्ष जरीफनगर को ज्ञापन सौंपा।

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जरेठा के ग्राम प्रधान लताफत हुसैन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में लिखा है कि सम्भल से जिले की सीमा में प्रवेश कर करीब डेढ़ सौ किमी लंबाई में बहने वाली महावा नदी पिछले करीब दस साल से जलविहीन और बंद पड़ी है। इससे क्षेत्र में भूगर्भीय जलस्तर तेजी से घट रहा है और क्षेत्र के हजारों किसानों को कृषि भूमि की सिचाई के लिए समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इस संबंध में कई बार जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई। यदि प्रभावी कार्रवाई करते हुए इस नदी को पुर्नजीवित कर दिया जाता है तो सैकड़ों गांवों के किसानों को जल समस्या से निजात मिल जाएगी। साथ ही क्षेत्र में हरियाली बढ़ने से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी। जरीफनगर इंस्पेक्टर पंकज लवानिया को मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर हरपाल ¨सह, श्याम ¨सह, कासिफ अली, आफताब खान, तौसीफ अहमद, अनवर अंसारी, मक्खन लाल, धर्मेंद्र पाल, वकील अहमद, अतर ¨सह, पूरन ¨सह, साहिल शेख, मूल चंद्र राणा, दानिश निसार आदि मौजूद रहे।


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