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बुखार पर काबू पाने पहुंचे लखनऊ के एक्सपर्ट, 14 और मरे

जिले में बुखार का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 11:48 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 11:48 PM (IST)
बुखार पर काबू पाने पहुंचे लखनऊ के एक्सपर्ट, 14 और मरे
बुखार पर काबू पाने पहुंचे लखनऊ के एक्सपर्ट, 14 और मरे

बदायूं : जिले में बुखार का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शहर से लेकर गांव तक इसकी चपेट में हैं। पिछले चौबीस घंटे में भाई-बहन समेत 14 और लोगों को बुखार निगल गया। सेहत महकमा मौत के लिए दूसरी बीमारियों और स्वाभाविक मौत भी वजह मान रहा है, लेकिन परिजन बुखार ही मौत का कारण बता रहे हैं। बेकाबू होते बुखार पर काबू पाने के लिए लखनऊ से एक्सपर्ट की टीम यहां पहुंच गई है। बुखार का सर्वाधिक प्रकोप सालारपुर और जगत ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में है। जिले में अब तक मरने वालों का आंकड़ा 147 तक पहुंच गया है। शहर से सटे गांव मझिया में 65 वर्षीय केदार की मौत हुई है, उनका बरेली के अस्पताल में इलाज चल रहा था। रविवार दोपहर बाद शासन की ओर से तीन-तीन सदस्यीय विशेषज्ञों की दो टीमें यहां बुखार का कहर रोकने के लिए पहुंच गई हैं। संयुक्त निर्देशक स्तर के अधिकारियों की टीम में डॉ. विकास, डॉ. अभिषेक मिश्रा, डॉ. मानवेंद्र व डॉ. अनिल वर्मा आदि शामिल हैं। इन टीमों ने दातागंज इलाके का दौरा किया। जबकि सोमवार से विभिन्न गांवों में जाकर मरीजों का इलाज करेगी। संसू, कुंवरगांव : कस्बा के वार्ड संख्या चार में रहने वाले 58 वर्षीय दुर्विजय ¨सह पांच दिन से बुखार से ग्रसित थे। शनिवार शाम उनकी मौत हो गई। मड़िया गांव के 50 वर्षीय सोहनपाल को बुखार के साथ पेट दर्द हुआ उन्हें परिजन जिला अस्पताल ले गए। वहां उनकी मौत हो गई। इधर, भांसी गांव की 26 वर्षीय धनदेवी को शनिवार को प्रसव हुआ, जबकि इसके बाद बुखार चढ़ आया। हालत बिगड़ने पर परिजन बदायूं लेकर आए लेकिन यहां उनकी मौत हो गई। सिगोई गांव के रामवीर भी बुखार का शिकार हुए हैं। परिजन उन्हें आंवला ले जा रहे थे लेकिन इससे पहले ही उनका दम टूट गया। संसू, आसफपुर : ब्लाक क्षेत्र के गांव भूड़ बिसौली निवासी दाउद खां के 12 वर्षीय पुत्र अरसे आलम ने तीन दिन तक इस बुखार से जूझने के बाद दम तोड़ दिया।

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संसू, मूसाझाग : ब्लाक समरेर के हसनपुर गांव में तैनात सफाई कर्मी रऊफ अहमद की शनिवार रात बुखार से मौत हुई है।

संसू, उझानी : ब्लाक क्षेत्र के गांव देहमू बरुआनगला के महेंद्रनाथ की पांच साल की बेटी मीनाक्षी की बुखार से रविवार शाम मौत हुई है।

संस, बिसौली : इलाके के गांव गहोरा में मुनेंद्र की 12 वर्षीय पुत्री कंचन की बुखार से मौत हो गई। गांव में हालात बहुत खराब हैं। हर घर में कोई न कोई बीमार है। दो दिन पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भी आई थी।

संसू, सिलहरी : ब्लॉक सलारपुर क्षेत्र के गांव बाबट निवासी 60 वर्षीय कुंदन देवी के अलावा मर्रई गांव निवासी 30 साल के वीरेंद्र और गिधौर के कुंवरपाल की मौत हुई है। जबकि दर्जनों बीमार हैं।

सगी बहनों की मौत से दहला दातागंज

संस, दातागंज : तहसील क्षेत्र के गांव कालाकूड़ा में रहने वाले वीरपाल की आठ साल की बेटी गीता की बुखार की चपेट में आकर रविवार सुबह मौत हो गई। परिजन अभी उसका सदमा भुला नहीं सके थे कि शाम को गीता की 12 वर्षीय बड़ी बहन कुसुमा ने भी दम तोड़ दिया। दोनों बुखार से ग्रसित थीं। वीरपाल खेती किसानी करता है। उसके परिवार में चार बेटियां और दो बेटे थे। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। जबकि दो बेटियों की मौत के बाद दंपति के अलावा दो बेटे ही शेष हैं। वहीं पूरा गांव बुखार की चपेट में आकर कराह उठा है। प्रधान सत्यवीर ने बताया कि सूचना देने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम यहां नहीं पहुंची है।


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