चिकित्सा अधीक्षक-आशा विवाद में जांच करने पहुंचे जेडी, बयान दर्ज
उझानी सीएचसी पर तैनात चिकित्सा अधीक्षक डॉ. महेश प्रताप सिंह और आशाओं के बीच चल रही रार की गूंज मंडल मुख्यालय तक पहुंची है। पांच आशाओं की सेवा समाप्ति की कार्रवाई के बाद शुक्रवार को संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ. हरीश चंद्रा बदायूं पहुंचे और आशाओं के आरोपों पर चिकित्सा अधीक्षक का बयान दर्ज किया। इससे पहले आशाओं ने सीएमओ कार्यालय में हंगामा भी किया। जेडी अपनी रिपोर्ट एडी हेल्थ को सौंपेंगे और इसी आधार पर एमओआइसी पर कार्रवाई तय होगी।
जागरण संवाददाता, बदायूं : उझानी सीएचसी पर तैनात चिकित्सा अधीक्षक डॉ. महेश प्रताप सिंह और आशाओं के बीच चल रही रार की गूंज मंडल मुख्यालय तक पहुंची है। पांच आशाओं की सेवा समाप्ति की कार्रवाई के बाद शुक्रवार को संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ. हरीश चंद्रा बदायूं पहुंचे और आशाओं के आरोपों पर चिकित्सा अधीक्षक का बयान दर्ज किया। इससे पहले आशाओं ने सीएमओ कार्यालय में हंगामा भी किया। जेडी अपनी रिपोर्ट एडी हेल्थ को सौंपेंगे और इसी आधार पर एमओआइसी पर कार्रवाई तय होगी। संयुक्त निदेशक शुक्रवार दोपहर सीएमओ कार्यालय पहुंचे। यहां पहले से ही धरने पर बैठी आशाएं जेडी से बात करने को बढ़ीं तो कर्मचारियों ने उन्हें रोक लिया। इसको लेकर वहां हंगामा हो गया। आशाओं ने एमओआइसी को हटाने की मांग की। जेडी ने उन्हें जांच के बाद प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन देकर समझाया। सीएमओ के चैंबर में एमओआइसी का बयान लिया गया। पूरे घटनाक्रम की वजह समेत उनसे यह भी पूछा गया कि आखिरकार यह नौबत क्यों आई। उन पर लगे आरोप किस हद तक सही हैं, यह भी सवाल दागा। वहीं आशाएं सीएमओ कार्यालय के बाहर शाम तक धरने पर बैठी रहीं। उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर जेडी को ज्ञापन भी सौंपा। यह है मामला
आशाओं व एनओआइसी के बीच विवाद करीब डेढ़ महीने पुराना है। आशाओं ने एमओआइसी पर अभद्र व्यवहार करने, वसूली करने, विरोध पर संविदा समाप्त करने की धमकी देने सहित अन्य आरोप लगाए थे। डीएम ने मामले की प्रशासनिक जांच भी कराई। हालांकि जांच के बाद पांच आशाओं पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा चुकी है। इससे नाराज आशाओं ने मोर्चा खोल रखा है। वर्जन
जेडी ने एमओआइसी का बयान दर्ज किया है। वह अपनी रिपोर्ट एडी को सौंपेंगे, वहां से जो भी निर्देश मिलेगा, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. यशपाल सिंह, सीएमओ