वकीलों की हड़ताल के चलते टली जामा मस्जिद बनाम नीलकंठ महादेव मंदिर मामले की सुनवाई, अगली तारीख 31 जुलाई
जिला प्रशासन शासन जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी की ओर से आपत्ति दायर कर कहा जा चुका है कि यह याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। पिछली तारीख पर पक्षकार पुरातत्व विभाग की ओर से जामा मस्जिद का आंकलन कर रिपोर्ट देने की बात कही गई थी।
जागरण संवाददाता, बदायूं : शहर की जामा मस्जिद की जगह नीलकंठ महादेव का मंदिर होने का दावा करते हुए अखिल भारत हिंदू महासभा की याचिका पर मंगलवार को होने वाली सुनवाई अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते टल गई। अदालत ने अब 31 जुलाई की तारीख लगा दी है। वजह, अधिवक्ताओं की हड़ताल 31 मई को भी रहेगी और जून में अदालत बंद हो जाएगी।
अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश सिंह पटेल की ओर से दायर की गई याचिका में दावा किया गया है कि शहर के सोथा मुहल्ले में जहां पर जामा मस्जिद शम्सी की जगह राजा महीपाल का किला और उसमें नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए याचिका सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में दायर की गई है।
जिला प्रशासन, शासन, जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी की ओर से आपत्ति दायर कर कहा जा चुका है कि यह याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। पिछली तारीख पर पक्षकार पुरातत्व विभाग की ओर से जामा मस्जिद का आंकलन कर रिपोर्ट देने की बात कही गई थी।
आज सुनवाई होनी थी, लेकिन गर्मी के कारण अधिवक्ताओं की हड़ताल चल रही है। इसको देखते हुए अदालत ने अब सुनवाई के लिए 31 जुलाई की अगली तारीख तय कर दी है।