बदायूं में डनलपों के सहारे अवैध खनन के रेत की सप्लाई
खनन माफिया अवैध खनन कराने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए रेत को डनलपों के सहारे सप्लाई किया जा रहा है। बावजूद खनन विभाग के जिम्मेदार अफसर अवैध खनन की बात स्वीकार नहीं रहे। खनन अधिकारी का दावा है कि जिले में किसी भी क्षेत्र में अवैध खनन नहीं हो रहा है। जबकि कादरचौक क्षेत्र में रेत से भरे डनलप अवैध खनन के साबूत हैं फिर भी जिम्मेदारों के कान में जूं नहीं रेंग रही है।
जागरण संवाददाता, बदायूं : खनन माफिया अवैध खनन कराने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए रेत को डनलपों के सहारे सप्लाई किया जा रहा है। बावजूद खनन विभाग के जिम्मेदार अफसर अवैध खनन की बात स्वीकार नहीं रहे। खनन अधिकारी का दावा है कि जिले में किसी भी क्षेत्र में अवैध खनन नहीं हो रहा है। जबकि कादरचौक क्षेत्र में रेत से भरे डनलप अवैध खनन के साबूत हैं, फिर भी जिम्मेदारों के कान में जूं नहीं रेंग रही है।
जिले में उसहैत थाना क्षेत्र के गांव अहमद बछौरा में एक ही खनन का पट्टा है। जहां अभी खनन बंद है। इसके बावजूद रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां सड़कों पर फर्राटा भरते हुए दिखाई दे जाएंगी। पट्टे से हटकर सरेली गांव से सटे इलाके में स्थानीय नेताओं और पुलिस से साठगांठ की वजह से अवैध खनन किया जा रहा है। इसके साथ ही कादरचौक क्षेत्र में भी धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है। रात होते ही माफिया सक्रीय हो जाते हैं। यह सब स्थानीय पुलिस की साठगांठ से होता है। इसकी वजह से पुलिस भी अवैध खनन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। पिछले कुछ माह में देखा जाए तो उसहैत और कादरचौक क्षेत्र में अवैध खनन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि सिविल लाइंस पुलिस ने रेत से भरी कई ट्रैक्टर ट्रालियां क्षेत्र से गुजरती हुई पकड़ी थी। ये ट्रैक्टर ट्राली कादरचौक क्षेत्र से ही रेत भरकर शहर के लिए आ रही थीं। वहीं, ट्रैक्टर ट्रालियां पकड़ने जाने के डर से अब खनन माफिया ने रेत की सप्लाई के लिए नया ढंग अख्यितार कर लिया है। इसके लिए खनन माफिया डनलप का सहारा ले रहे है। खनन माफिया डनलप मालिकों को भाड़े पर तय कर लेते है। इसके बाद खनन कर डनलप सेरेत की सप्लाई अपने ठिकानों पर मांगा लेते है। ऐसे में यदि कभी रेत से भरा डनलप पकड़ा जाता है तो पुलिस मजबूरन कोई कार्रवाई नहीं कर पाती है। पूर्व में कई बार रेत से भरे डनलप पकड़े गए, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। डनलप मालिकों को मिलता है 300 रुपये भाड़ा
खनन माफिया डनलप मालिकों को रेत सप्लाई के लिए 300 रुपये भाड़ा देते हैं। कटरी के इलाकों में कहीं से भी रेत को आसानी से डनलप पर भरा जा सकता है। बताते है कि एक डनलप मालिक एक दिन में दस दफा डनलप भरकर सप्लाई कर देता है। एक डनलप में करीब पांच क्विटल रेत भरी जाती है। जिसकी बाजार में कीमत करीब दो हजार रुपये है।
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जिले के किसी क्षेत्र में अवैध खनन नहीं किया जा रहा है। ऐसी कोई शिकायत भी सामने नहीं आई है। यदि कहीं अवैध खनन की जानकारी सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी। डनलप से रेत सप्लाई के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
- लालता प्रसाद, खनन अधिकारी