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संदिग्ध दिखें तो पुलिस को बताएं, अपराधियों को जेल भिजवाएं

एसपी देहात ने कहा है कि संदिग्ध दिखे तो पुलिस को सूचना दें और अपराधियों को जेल भिजवाने में सहयोग करें।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 May 2019 12:04 AM (IST)Updated: Thu, 09 May 2019 12:04 AM (IST)
संदिग्ध दिखें तो पुलिस को बताएं, अपराधियों को जेल भिजवाएं
संदिग्ध दिखें तो पुलिस को बताएं, अपराधियों को जेल भिजवाएं

बदायूं : जिले में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव निपट चुका है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अपराधियों पर शिकंजा ढीला होगा। पुलिस लगातार अवैध असलाह बनाने व बेचने वालों समेत मादक पदार्थ के तस्करों समेत वांछित अपराधियों की धरपकड़ कर रही है। लोगों को भी चाहिए कि अपराध मुक्त समाज की स्थापना के लिए पुलिस का सहयोग करें। अपने इलाकों में होने वाली हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखें और इसकी सूचना तत्काल प्रभाव से अपने थानेदार या क्षेत्राधिकारी को दें। ताकि समय रहते वारदात को टाला जा सके। यह तय है कि सूचना देने वाले का नाम और पता पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा और उसे किसी तरह की गवाही में शामिल भी नहीं किया जाएगा। यह बात जागरण के प्रश्न पहर में मेहमान रहे एसपी देहात डॉ. एसपी सिंह ने लोगों से कही।

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सवाल : हमारी पुलिस चौकी पर वायरलैस की व्यवस्था नहीं है। किसी घटना की सूचना दो तो पुलिस कहती है कि वायरलैस नहीं है, इसलिए त्वरित कार्रवाई नहीं की जा सकती।

- गिरिराज शर्मा, भूड़ा भदरौल

जवाब : चौकी पर वायरलैस न होना संभव नहीं है, हो सकता है कि वहां सिग्नल कम आते हों। हालांकि यह व्यवस्था जरूरी है, इसलिए जल्द ही पुलिस चौकी पर वायरलैस में आ रही दिक्कत को दूर कराया जाएगा। सवाल : बंबा चौराहे पर पूरे दिन जाम के हालात बने रहते हैं। वहां ट्रैफिक पुलिस तैनात नहीं रहती, जबकि थाना पुलिस भी अपने स्तर से इस समस्या का निस्तारण नहीं कराती। - राहुल शर्मा, बिल्सी

जवाब : फिलहाल कुछ पुलिस गैर जिलों में चुनाव कराने गई है। पुलिस के लौटने के बाद वहां स्थाई व्यवस्था की जाएगी, ताकि लोगों को आवागमन में परेशानी न होने पाए। सवाल : मेरे भाई के साथ चार दिन पहले मारपीट हुई थी, इसकी तहरीर पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने न तो उसका मेडिकोलीगल कराया और न ही विरोधी पक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई की। - राकेश, टिकटगंज

जवाब : वैसे तो पुलिस को तुरंत ही रिपोर्ट दर्ज करना चाहिए थी। अगर किसी कारणवश रिपोर्ट नहीं हुई है तो सीधे कार्यालय आकर मुझसे मिलें, कार्रवाई कराई जाएगी। सवाल : नए शैक्षिक सत्र में स्कूल-कालेज खुल गए हैं लेकिन छेड़छाड़ की घटनाएं रोकने के लिए महिला कालेजों के आसपास अब एंटीरोमियो स्कायड नहीं दिखता। - संजीव, बिसौली

जवाब : सादा वर्दी में पुलिस को तैनात रहने का निर्देश दिया गया है। स्कायड सक्रिय है, शाम को फुट पेट्रोलिग भी की जाती है। अगर कहीं किसी को दिक्कत हो तो सीधे संपर्क कर सकता है। सवाल : शहर से लेकर देहात इलाकों में चोरी की घटनाएं होने लगी हैं। खासियत यह है कि परिवार सोते रह जाते हैं और चोरी हो जाती है। क्या चोर कोई विशेष नशा सुंघाते हैं या कोई और वजह है। - शिवम सिंह, मधुवन कालोनी

जवाब : घटनाएं हो रही हैं तो उनका खुलासा भी समय रहते कर दिया जाता है। अभी तक ऐसा कोई मामला नहीं आया है, जिसमें नशा सुंघाया गया हो। सवाल : आजकल लूट और चोरी की घटनाओं से ज्यादा ऑनलाइन ठगी की घटनाएं सामने आ रही हैं, इन्हें रोकने को क्या प्रयास किए जा रहे हैं। - ऋषभ, सिविल लाइंस

जवाब : ऐसी घटनाएं जागरुकता की कमी के कारण हो रही हैं। किसी भी कॉलर को कभी अपने बैंक या आधार से जुड़ी जानकारी न दें। वैसे हमारी साइबर सेल भी ऐसी घटनाओं के खुलासे के लिए प्रयासरत रहती है।

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