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मेहनत भीगी तो अन्नदाता के माथे पर पड़ी चिंता की लकीरें

बुधवार को हुई बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 12:44 AM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 12:44 AM (IST)
मेहनत भीगी तो अन्नदाता के माथे पर पड़ी चिंता की लकीरें
मेहनत भीगी तो अन्नदाता के माथे पर पड़ी चिंता की लकीरें

बदायूं : बुधवार की रात हुई झमाझम बारिश में अन्नदाताओं की मेहनत भीग गई। इससे उनके माथे पर चिंता की लकी पड़ गई। यहां तक की गेहूं की कटाई भी ठप हो गई। ऐसे में कैसे फसल सूखेगी, कब किसान गेहूं बेचने ले जाएगा, ऐसे कई सवालों ने किसानों की नींद उड़ा दी है।

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जिले भर में बुधवार रात बरसात होने से खेतों में कटा पड़ा गेहूं भीग गया। गेहूं सूखने के बाद ही किसान अब उसकी बिक्री कर पाएगा। गुरुवार को धूप खिलने के बाद किसानों ने राहत महसूस की है। जिले में किसानों ने अपनी गेहूं की फसल 10 अप्रैल के करीब काटना शुरू की थी। उस समय किसानों को मौसम ने साथ दिया, तेज धूप के साथ गर्मी पड़ने लगी। दो दिन पहले अचानक मौसम ने करवट ली,और तेज हवा के साथ हल्की बूंदा-बांदी शुरू हो गई। बुद्धवार देर रात तक हुई तेज वारिश ने किसानों के होश उड़ा दिए। अभी तक अधिकांश किसानों का गेहूं खेतों में ही कटा पड़ा है। बरसात ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। हांलाकि गुरुवार को खिली तेज धूप में किसान खेतों में गेहूं सुखाते नजर आए। गांवों में अभी भी 50 प्रतिशत किसानों का गेहूं थ्रेसिग होने को रह गया है। हल्का भीगा गेहूं क्रय केंद्रों पर न लिए जाने की चिता किसानों को सताने लगी है।


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