मानव रहित क्रा¨सग की दीवार तोड़ बना लिया रास्ता
सुरक्षा को ध्यान में रखकर रेल विभाग द्वारा बंद किए गए मानव रहित फाटक की दीवार को तोड़ दिया।
बिसौली : सुरक्षा को ध्यान में रखकर रेल विभाग द्वारा बंद किए गए मानव रहित फाटक की दीवार को तोड़ ग्रामीणों ने रास्ता बना लिया। इससे जान की परवाह किए बिना बंद रेलवे फाटक के नीचे से निकलना आम बात हो गई है।
रेलवे द्वारा करेंगी और सिसरका स्टेशनों के बीच में आधा दर्जन से अधिक मानव रहित फाटकों को दीवार खड़ी कर बंद किया जा रहा है। आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर विभाग ने यह कदम उठाया था। पुरूवाखेड़ा गांव के सामने के मानव रहित फाटक को बंद किए हुए अभी चंद दिन ही हुए होंगे कि उसकी दीवार तोड़ दी गई। लाइन के उस पार जाने के लिए दीवार तोड़कर राहगीरों ने रास्ता बना लिया। अब हाल ये है कि इस टूटी दीवार में से दुपहिया वाहन भी निकल जा रहा है। रेल विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो वह दिन दूर नहीं जब यह दीवार पूरी तरह टूट जाएगी। इधर ट्रेन आने पर बंद फाटक के नीचे से निकलना आम बात है। हरदासपुर रेलवे फाटक के दोनों बैरियर इतनें ऊंचे हैं कि इनके नीचे से दुपहिया वाहन आसानी से निकल जाते हैं। कभी-कभी तो ये दुपहिया वाहन चालक रेल लाइन के बीच पहुंच जाते हैं और ट्रेन आ जाती है। कभी ये लापरवाही किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।