Move to Jagran APP

ध्वस्त होंगे मकान, शिफ्ट कराए जाएंगे नलकूप

मेरठ से लेकर प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराने के लिए जिले में गतिविधियां तेज हो गई हैं। सर्वे का काम पूरा करा लिया गया है। किसानों से सहमति पत्र हासिल किए जा रहे हैं। अब तहसीलवार डाटा जुटाया जा रहा है कि कहां कितने पेड़ कटवाने हैं और कहां कितने पोल शिफ्ट किए जाने हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 01:14 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 01:14 AM (IST)
ध्वस्त होंगे मकान, शिफ्ट कराए जाएंगे नलकूप
ध्वस्त होंगे मकान, शिफ्ट कराए जाएंगे नलकूप

जेएनएन, बदायूं : मेरठ से लेकर प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराने के लिए जिले में गतिविधियां तेज हो गई हैं। सर्वे का काम पूरा करा लिया गया है। किसानों से सहमति पत्र हासिल किए जा रहे हैं। अब तहसीलवार डाटा जुटाया जा रहा है कि कहां कितने पेड़ कटवाने हैं और कहां कितने पोल शिफ्ट किए जाने हैं। कुछ मकान भी रास्ते में आ रहे हैं, उन्हें भी ध्वस्त कराया जा रहा है। राजस्व विभाग ने अधिकांश गांवों में सर्वे कर मूल्यांकन कर लिया है, शेष गांवों में भी तेजी से काम चल रहा है। किस किसान की कितनी जमीन और मकान आ रहे हैं इसको सार्वजनिक भी किया जा रहा है। किसानों की जमीन का इसी महीने बैनामा शुरू कराने की तैयारी की जा रही है।

loksabha election banner

गंगा एक्सप्रेस-वे में जिले के 93 किमी लंबाई में आ रहे चार तहसीलों के 83 गांवों का हुलिया बदलेगा। इनकी एक नई पहचान बनेगी। डीएम कुमार प्रशांत, एडीएम वित्त एवं राजस्व नरेंद्र बहादुर सिंह से लेकर बिसौली से लेकर बिल्सी, बदायूं और दातागंज तहसील तक के राजस्व विभाग के अफसर किसानों की चिह्नित जमीन का जल्द से जल्द बैनामा कराने की कोशिश में जुटे हैं। सर्वे में अधिकांश गांवों में सरकारी नलकूप, निजी नलकूप, बिजली के पोल, ट्रांसफार्मर एक्सप्रेस-वे के मार्ग में आ रहे हैं। कुछ जगह पक्के मकान भी आ रहे हैं। भूमि अधिग्रहण के साथ मकानों को ध्वस्त कराने, पेड़ कटवाने, नलकूप और ट्रांसफार्मर दूसरी जगह शिफ्ट करवाने की भी तैयारी है। तहसीलवार इसका डाटा एकत्रित किया जा रहा है। यह काम तब शुरू हो सकेगा जब जमीन प्रशासन के अधीन हो जाएगी। इनसेट ::

भूमि अधिग्रहण के लिए मिले हैं 35 करोड़

गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा। शासन से इसके लिए 35 करोड़ रुपये का बजट पहले ही जारी हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्र में सर्किल रेट का चार गुना और नगरीय क्षेत्र में सर्किल रेट का दोगुना मुआवजा दिए जाने का प्रावधान किया है। वर्जन ::

गंगा एक्सप्रेस-वे जिन गांवों से होकर गुजरेगा उनका सर्वे करा लिया गया है। मार्ग में कुछ मकान, ट्यूबवेल, बिजली के पोल और ट्रांसफार्मर भी आ रहे हैं। इनका चिह्नांकन कराया जा रहा है। इसी महीने में किसानों की जमीन का बैनामा कराने की शुरूआत करने की तैयारी की जा रही है। संबंधित चारों तहसीलों में इसके लिए अलग से काउंटर भी बनवाए जा रहे हैं।

- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.