हेलमेट न लाइसेंस, सड़कों पर भर रहे फर्राटा
जब तक हर मां-बाप अपने बच्चों के प्रति फिक्रमंद नहीं होंगे, तब तक हादसों पर अंकुश नहीं लगेगा।
बदायूं : जब तक हर मां-बाप अपने बच्चों के प्रति फिक्रमंद नहीं होंगे, तब तक हादसों पर अंकुश लगाना मुमकिन है। वो इसलिए बड़ी संख्या में युवाओं को उनके मां-बाप दोपहिया वाहन का स्टेय¨रग थमा देते हैं लेकिन उनसे यह कभी नहीं कहते कि बेटा-बेटी हेलमेट जरूर लगाना। तेज गति से वाहन न चलाना। वाहन चलाने को लाइसेंस अनिवार्य है। नियमों के दायरे में रहकर ही सड़क पर अपनी साइड में वाहन चलाएं। इसलिए अब मां-बाप को भी जागरूक होना पड़ेगा। साथ ही पुलिस-प्रशासन के साथ परिवहन विभाग को भी हादसों पर अंकुश लगाने के लिए नियम और सख्त बनाने चाहिए।
यातायात नियमों की अनदेखी और लापरवाही की वजह से हर रोज सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिसमें कोई पति तो कोई बेटे को खो देता है। कुछ लोग यातायात नियमों की जानकारी होने के बाद भी जल्दबाजी करते हैं तो कुछ यातायात नियमों की जानकारी न होने पर भी वाहन चलाते हैं। यही वजह हादसे का सबब बन जाती है। जिले में बहुत बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी है जो परिवार की इजाजत के बिना ही वाहन लेकर चले जाते हैं। कुछ के जिद करने पर माता-पिता चलाने को बाइक दे देते हैं। उपसंभागीय परिवहन विभाग कार्यालय की ओर से तकरीबन डेढ़ लाख लोगों को ड्राइ¨वग लाइसेंस जारी किए गए हैं, जिसमें एक लाख 40 हजार डीएल चार पहिया के हैं, लेकिन कई गुना ज्यादा लोग सड़क पर वाहन चला रहे हैं। नाबालिग होने पर भी छात्र-छात्राओं को सड़क पर वाहन चलाते देखा जा सकता है। बाइक, चार पहिया वाहनों के अलावा टेंपो, ई-रिक्शा भी नाबालिग चला रहे हैं। जिन्हें नियमों की सही से जानकारी न होने के बाद भी चौराहों पर वाहन दौड़ाने को दे दिया जाता है। दुर्घटना होने के बाद काश ही रह जाता है कि काश वाहन चलाने को न दिया होता। इससे बेहतर है कि बालिग होने पर व ड्राइ¨वग लाइसेंस होने पर ही उनके हाथों में वाहन दिया जाए। 16 वर्ष से ज्यादा उम्र होने पर बिना गियर वाले वाहन का ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाया जा सकता है। जबकि साधारण के लिए 18 वर्ष उम्र होनी आवश्यक है। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद कार्यालय में ऑनलाइन ही टेस्ट होता है और आसानी से डीएल बन जाता है। इसके लिए जान जोखिम डालने की जरूरत नहीं है। वाहन चलाने के लिए जरूरी बातें - - वाहन चलाने के लिए सबसे जरूरी है कि चालक का ड्राइ¨वग लाइसेंस अनिवार्य रूप से बना होना चाहिए। बाइक चलाते समय हेलमेट और चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगी हो। वाहन का इंश्योरेंस और प्रदूषण प्रमाण पत्र भी बना होना आवश्यक है। वर्जन..
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वाहन चलाने के लिए बालिग होना जरूरी है। लोगों को चाहिए कि उनके परिवार के बच्चे के नाबालिग होने पर उसे वाहन चलाने को न दें। फिर सड़क दुर्घटनाएं नहीं होंगी।
- एनसी शर्मा, एआरटीओ