हीटर व एसी चलाकर कार में सोना, समझो खतरे में जान
सर्दी के मौसम में चारपहिया वाहनों में हीटर का प्रयोग बढ़ जाता है।
बदायूं : सर्दी के मौसम में चारपहिया वाहनों में हीटर का प्रयोग बढ़ जाता है। सड़क पर चलने वाले तकरीबन 80 प्रतिशत से ज्यादा वाहन हीटर (ब्लोर) चलाकर निकलते हैं। जिससे शीशे पर भाप जम जाती है और बाहर का दिखना बंद हो जाता है। फिर वाइपर का प्रयोग करना पड़ता है। इसके अलावा कुछ लोग हीटर चलाकर कार में ही सो जाते हैं, वह सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। कार में दम घुटने की उम्मीद रहती है। इसलिए सर्दी के मौसम में अतिरिक्त सावधानी आवश्यक है।
सड़क पर यातायात के नियमों का पालन किया जाए तो यात्रा सुविधाजनक रहेगी। बाइक हो या कार। नियमों का ध्यान में रखकर ही चलें। चार पहिया वाहन चलाते समय विशेष सर्तकता बरतने की आवश्यकता है। सीट बेल्ट का जरूर प्रयोग करें। सर्दी से बचने को कार में ब्लोर का चलन बढ़ता है। जो थोड़ी ही देर बाद कार में उमस बढ़ने लगती है और ब्लोर यानि हीटर को बंद करना पड़ता है और विनडो खोल दी जाती है। ब्लोर का प्रयोग करते समय उसका ताप कम ही रखें। कभी-कभार का हीटर या एसी चालू रखकर बच्चों को भीतर छोड़ दिया जाता है। जो बेहद खतरनाक है। उसमें बच्चों का दम घुट सकता है। एसी में ठंड से शरीर में खून जमने से बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है। गैराज में कार चालू करके अंदर बैठने से वहां ऑक्सीजन की मात्रा कम हो सकती है। सर्दी में जरूरत के अनुसार कम तापमान पर ब्लोर व एससी चलाएं।
क्या बोले युवा फोटो 14 बीडीएन 25
सड़क पर चलते समय हमेशा यातायात नियमों का ध्यान रखना चाहिए। खुद की जान के अलावा सामने वाले की जान भी सलामत रहती है। सीट बेल्ट जरूर लगाएं।
- ध्रुवदेव गुप्ता फोटो 14 बीडीएन 26
एक बार बाइक का एक्सीलेरेटर देने से पहले ¨जदगी के बारे में सोच लें। एक छोटी सी गलती सी जीवन बर्बाद हो सकता है। सिर की चोट बचाने को हेलमेट पहनें।
- गजेंद्र प्रताप ¨सह फोटो 14 बीडीएन 27
अभियान चलाकर लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने की सीख दी जाती है। जिसके बाद भी न सुधरने पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
- पुष्पेंद्र मिश्रा फोटो 14 बीडीएन 28
परिवार वालों को भी सोचना चाहिए कि घर से कोई अगर बाइक लेकर निकले तो उसके हाथों में हेलमेट पकड़ा दें। हर कोई अपनी जिम्मेदारी समझे तो दुर्घटनाएं नहीं होंगी।
- राजू सक्सेना