हर्ष फायरिग बार-बार, सिस्टम हुआ लाचार
बार-बार हर्ष फायरिंग की घटनाएं हो रहीं हैं लेकिन पुलिस प्रशासन इस पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।
बदायूं : जिले में हर्ष फायरिग की घटनाएं लगातार हो रही हैं। रंग में भंग का सबब बनने वाले रसूख की खातिर जहां असलहों से लोग मदहोशी में फायरिग करने से नहीं चूकते, वहीं इस फायरिग की चपेट में आकर कहीं मौत हो रही है तो कहीं लोग घायल हो जाते हैं। बावजूद इसके कहीं न कहीं सिस्टम में छेद है। यही कारण है कि घटनाओं के बाद भी न प्रशासन की नींद टूटती है और न यह घटनाएं थमती हैं।
एक मार्च को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के दहेमी गांव में लगुन समारोह के दौरान एक युवक ने तमंचा निकालकर फायरिग शुरू की तो हलकान प्रजापति समेत दो साल की एक बच्ची गोली लगने से घायल हो गई। जबकि इससे पहले 25 फरवरी को भी अलापुर इलाके के अलई नगला गांव में हफीदुल की शादी के दौरान शानू व शाहरुख नाम के युवकों ने शराब पीकर फायरिग शुरू की और मुहम्मद इमरान व तौसीफ नाम के बच्चे गोली लगने से घायल हो गए। शान में जान गंवाने का यह सिलसिला इन घटनाओं के बाद भी नहीं रुका और एक अन्य वारदात में युवक की जान आफत में पड़ गई, बमुश्किल उसे बचाया गया। जबकि गुरुवार रात ऐसी ही एक घटना में पूर्व प्रधान की जान चली गई।