आस्था के आंचल में गूंजा हर-हर गंगे
रुहेलखंड के मिनी कुंभ कहे जाने वाले मेला ककोड़ा में आस्था के आंचल में हर-हर गंगे गूंजना शुरू हो गया।
बदायूं : रुहेलखंड के मिनी कुंभ कहे जाने वाले मेला ककोड़ा में आस्था के आंचल में हर-हर गंगे का नारा गूंजने लगा है। श्रद्धालु जयघोष के साथ के पहुंचने लगे हैं। मां गंगा की निर्मल धारा में श्रद्धा और विश्वास की डुबकी भी लगनी शुरू हो गई है। पूजा-अर्चना, दीपदान और सूर्य भगवान को जल चढ़ा रहे हैं। प्रसाद वितरण के साथ ही लोकमंगल की कामना भी कर रहे हैं।
गंगा किनारे पर समतल भूमि है, लेकिन गंगा के तेज बहाव और गहराई के चलते कटान हो रहा है। मुख्य गंगा तट को व्यवस्थित करने के लिए जेसीबी मशीन से मिट्टी डाली जाएगी। इससे मुख्य तट के समीप गहराई कम होगी। श्रद्धालु सुविधा से स्नान कर सकेंगे। गंगा तट पर श्रद्धालुओं के पर्याप्त स्थान है। मेले के पूर्व में पुल साइड वीआइपी टेंट, बरेली मेले के तरफ मुख्य मार्ग बन रहे हैं। अन्य जगह भी निर्धारित कर दी गई हैं। मेले में प्रवेश करते ही मुख्य गेट के समीप दोनों ओर आकर्षक झूले लगेंगे। मेल की पश्चिम साइड में कोतवाली और मुख्य द्वार के अलमारी, बक्से के से जुड़ा मीना बाजार लगेगा। मिनी कुंभ में सलंबो, रोस्टर जैसे और झूले मेले में बच्चों का खास मनोरंजन होगा। झूला प्रबंधक ने बताया कि मेले में बच्चों के स्वस्थ मनोरंजन के लिए ब्रेक डांस, मारूति कार सर्कस, चांद तारा, मिक्की माउस, डेऊगन के अलावा मेला में अन्य झूले भी पहुंचेंगे।
मिनी कुंभ में प्रदेश भर के लाखों श्रद्धालुओं के मेला पहुंचने से अक्सर जाम लग जाता था। बड़े वाहन ट्रक, बस, ट्रैक्टर ट्राली, कार, टेंपो, तांगा, बैलगाड़ियां बाइकों से पहुंचने वाले जाम में फंस जाते थे। यहां तक कि मेला स्थल तक पैदल जाने वाले श्रद्धालुओं का पहुंचना भी मुश्किल हो जाता था। मेला पहुंचने के लिए यह रहेगा रूट
अपर मुख्य अधिकारी सीपी ¨सह राघव ने बताया कि मुख्य मार्ग के अलावा मेला ककोड़ा स्थल तक पहुंचने के लिए तीन और मार्ग बनाए गए हैं। जिसमें कादरचौक मेन रोड से मेला स्थल तक पहुंचने वाला मुख्य मार्ग और दूसरा मार्ग गंगपुर पुख्ता तिराहे से मेला के सिविल लाइंस स्थित डीएम आवास के समीप जाकर निकलेगा। जबकि तीसरा मार्ग सुतिया पुल से निकाला जा रहा है। जो मेले के वीआइपी रोड में मिलेगा। इस मार्ग पर दाग बे¨लग कर दी गई है।
गायत्री परिवार ने चलाया अभियान
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में निर्मल गंगा जन अभियान के तहत मेले में निर्मल गंगा से संबधित नारे और जयघोष किये और गोमुख से गंगासागर तक मां भागीरथी को उसकी पवित्रता पुन: लौटाने के लिए सम्पूर्ण राष्ट्र के लोगों को साफ सफाई से जोड़ने का संकल्प यज्ञ और दीपयज्ञ के माध्यम से दिया जा रहा है। गायत्री परिवार के निर्मल गंगा जन अभियान के जिला संयोजक सुखपाल शर्मा ने कहा कि मां गंगा ने मानवीय आस्था को जितना पोषण दिया है। नशा मुक्ति अभियान के जिला संयोजक रघुनाथ ¨सह ने कहा कि गंगा का उद्गम जिस क्षेत्र से हुआ, वह उन ऋषि-महात्माओं की तपोभूमि है, जो सारे विश्व की आध्यात्मिक चेतना की सूत्रधार है। गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि गंगा इस देश की जीवन रेखा है। दीप्ति शर्मा, मृत्युंजय शर्मा, हेमंत शर्मा, भवेश शर्मा, देवेंद्रपाल मौजूद रहे।