प्लांट हस्तांतरण पर शुरू हो सकेगा कूड़ा निस्तारण
जेएनएन बदायूं स्वच्छ भारत मिशन में शहर को साफ-सुथरा बनाने को एमआरएफ (मैटेरियल रिकव
जेएनएन, बदायूं : स्वच्छ भारत मिशन में शहर को साफ-सुथरा बनाने को एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फेसिलिटी) सेंटर का लोकार्पण तो दो नवंबर को हो गया। लेकिन, अभी तक कूड़ा निस्तारण शुरू नहीं हो सका है। पालिका प्रशासन का कहना है कि कुछ काम अभी बाकी है। यह हैंडओवर हो तभी कूड़ा निस्तारण शुरू हो सकेगा। हालांकि अभी यह तय नहीं हो सका है कि यहां नगर पालिका के कर्मचारी काम करेंगे या कार्यदायी संस्था ही इसे संचालित कराएगी।
एक दशक पहले शहर के कूड़ा निस्तारण को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट मंजूर हुआ। दातागंज रोड पर उतरना गांव में यह प्लांट लगा भी, लेकिन कार्यदायी संस्था और सरकार के बीच उपजे विवाद से यह प्लांट अधर में लटक गया। लाखों रुपये की लगीं मशीनें भी जंग खा रही हैं। घरों से कूड़ा उठवाने को खरीदे हत्थू ठेला भी बेकार हो गए। अब स्वच्छ भारत मिशन में 42 लाख रुपये की लागत से शेखूपुर रोड पर कूड़ा निस्तारण को एमआरएफ सेंटर बना है। नगर विकास राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता इसका लोकार्पण कर चुके हैं। लेकिन, अभी काम अधूरा होने से नगर पालिका को हैंडओवर नहीं हो सका है। शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठवाने को पांच वार्डों में बरेली की एक संस्था का ट्रायल चल रहा है। इनसेट ::
एमआरएफ सेंटर पर कैसे होगा कूड़ा निस्तारण
शहर से कूड़ा यहां पहुंचेगा। यहां कर्मचारी उसकी छंटनी करेंगे। लोहा, कांच, प्लास्टिक अलग कर दिया जाएगा। बचे कचरे को गड्ढे में डालकर वर्मी कंपोस्ट बनाया जाएगा। लोहा और प्लास्टिक कबाड़ में बिकेगा। जैविक खाद किसानों को बेची जाएगी। वर्जन ::
एमआरएफ सेंटर लगभग तैयार है। सड़क और चाहरदीवारी का कुछ काम शेष है। इसके बाद ही यह नगर पालिका को हैंडओवर होगा। अभी यह तय नहीं है सेंटर पर पालिका कर्मी लगेंगे या संस्था चलाएगी। शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठवाने का संस्था के कर्मचारियों से पांच वार्डों में ट्रायल चल रहा है। टेंडर से यह कार्य आवंटित होगा।
- दीपमाला गोयल, चेयरमैन नगर पालिका