बदायूं में गंगा फिर उफान पर, अलर्ट जारी
पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के चलते जिले में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मंगलवार को हरिद्वार बैराज से तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। बुधवार शाम तक यह पानी सहसवान क्षेत्र तक पहुंच जाएगा। इसको लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। बाढ़ खंड के अधिकारियों सहित राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी तटवर्ती गांवों और बांध की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, बदायूं: पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के चलते जिले में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मंगलवार को हरिद्वार बैराज से तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। बुधवार शाम तक यह पानी सहसवान क्षेत्र तक पहुंच जाएगा। इसको लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। बाढ़ खंड के अधिकारियों सहित राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी तटवर्ती गांवों और बांध की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
गंगा में बाढ़ तो हर साल आती है, लेकिन सामान्य तौर पर सितंबर में बाढ़ का प्रकोप खत्म हो जाता है। इस बार अक्टूबर में भी गंगा में उफान पर है। इसकी वजह यह है कि उत्तराखंड में कई दिनों से हो रही भारी बारिश हो रही है। पहाड़ों पर नदियों का जलस्तर बढ़ने से पानी गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। हरिद्वार बैराज से 3,25,679 क्यूसेक, बिजनौर से 1,02,740 क्यूसेक और नरौरा बैराज से 31,988 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे नदी में पानी की बहाव की गति तेज हो गई है और जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने लगी है। हरिद्वार से छोड़ा गया पानी बुधवार शाम तक जिले में पहुंचने की जानकारी दी गई है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। बाढ़ चौकी को तत्काल सक्रिय कर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को सचेत कर दें कि डूब क्षेत्र में कोई न जाए। संवेदनशील स्थलों पर लगातार निगरानी की जाए।
कछला में तेजी से बढ़ रहा जलस्तर
भगीरथ घाट पर गंगा में मंगलवार सुबह से ही जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बहाव भी तेज हो गया है। घाट पर लगाई गई प्रसाद की दुकानें भी हटाई जाने लगी हैं। माना जा रहा है कि बुधवार शाम तक नदी में पानी और बढ़ जाएगा। चौकी पुलिस ने दुकानदारों और नाविकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। वर्जन
पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के चलते गंगा नदी में पानी बढ़ रहा है। हरिद्वार बैराज से तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से सदर, सहसवान और दातागंज तहसील के उप जिलाधिकारी और तहसीलदार को सतर्क कर दिया गया है। बाढ़ खंड के अधिकारियों को भी निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।
- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त