अराजक तत्वों पर धोखाधड़ी-आइटी एक्ट का मुकदमा
सांसद धर्मेद्र यादव का टिकट कटने की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
बदायूं : सपा प्रत्याशी व सांसद धर्मेंद्र यादव का टिकट कटने की अफवाह फैलाने के मामले में तीसरे दिन रविवार को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने अराजक तत्वों के खिलाफ धोखाधड़ी और आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में वादी सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव बने हैं। तहरीर दो दिन पहले ही पुलिस को दी गई थी लेकिन घटनाक्रम से जुड़े साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी। सांसद के मीडिया प्रभारी प्रभात अग्रवाल ने साक्ष्य दिए तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
शुक्रवार को सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने गाजियाबाद के प्रत्याशी परिवर्तन का पत्र अपने पैड पर जारी किया था। इस पत्र को कुछ अराजक तत्वों ने एडिट करके सोशल मीडिया पर वायरल किया था। एडिट हुए पत्र में दिखाया गया था कि बदायूं से सपा प्रत्याशी व सांसद धर्मेंद्र यादव का टिकट काटा गया है। पार्टी जिलाध्यक्ष आशीष यादव की ओर से शुक्रवार को ही मामले की तहरीर पुलिस को दी गई थी लेकिन तहरीर के साथ घटनाक्रम से जुड़े साक्ष्यों के तौर पर वायरल हुए पत्र का स्क्रीनशॉट व कोई भी मोबाइल नंबर नहीं दिया गया था। नतीजतन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से इंकार कर दिया। वहीं रविवार को साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वर्जन
सांसद मीडिया प्रभारी ने स्क्रीन शॉट की प्रिट आउट दी तो पूरा मामला स्पष्ट हुआ। इसी आधार पर घटना का मुकदमा जिलाध्यक्ष की तहरीर पर दर्ज कर दिया। जांच की जा रही है।
- ओपी गौतम, एसएचओ सिविल लाइंस