आतिशबाजी कारोबार को झटका, सभी लाइसेंस निलंबित
जिले में आतिशबाजी के निर्माण और बिक्री करने वाले व्यापारियों को बड़ा झटका लगा है। सभी व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं। लाइसेंस की बहाली के लिए उन्हें शहर की आबादी से दूर अपने भंडारगृह बनवाने होंगे। इसका सत्यापन तहसील की टीम करेगी। पूरी प्रक्रिया के बाद ही पुलिस उस पर अपनी एनओसी देगी और फिर लाइसेंस बहाल व नवीनीकरण की कार्रवाई हो सकेगी।
जागरण संवाददाता, बदायूं : जिले में आतिशबाजी के निर्माण और बिक्री करने वाले व्यापारियों को बड़ा झटका लगा है। सभी व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं। लाइसेंस की बहाली के लिए उन्हें शहर की आबादी से दूर अपने भंडारगृह बनवाने होंगे। इसका सत्यापन तहसील की टीम करेगी। पूरी प्रक्रिया के बाद ही पुलिस उस पर अपनी एनओसी देगी और फिर लाइसेंस बहाल व नवीनीकरण की कार्रवाई हो सकेगी। जिलेभर में आतिशबाजी के तकरीबन 50 स्थाई लाइसेंस धारक हैं। दीवाली का पर्व भले ही दूर है लेकिन पटाखा फैक्ट्रियों में अभी से आतिशबाजी की बुकिग शुरू हो गई है। जिले में पटाखा कारखानों में भी आतिशबाजी का निर्माण शुरू हो चुका है। यह आतिशबाजी किसी हादसे का सबब न बने, इसके लिए लगातार प्रशासन और पुलिस इन आतिशबाजों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर अपने गोदाम और फैक्ट्री बनाने को कह रही थी। पिछले साल भी इसी कारण पुलिस को कई गोदाम सील करना पड़े, बावजूद इसके आतिशबाज नहीं माने और शहर की आबादी के बीच ही भंडारण किए रहे। ऐसे में सभी के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए। अब भी उनके पास माल पकड़ा गया तो अवैध बारूद भंडारण के मुकदमे के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आठ की हुई थी मौत
पिछले साल रसूलपुर गांव के पास पटाखा कारखाने में हुए भीषण विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गई थी। विस्फोट कैसे हुआ, इसको लेकर महज कयास ही लगाए गए थे। एटीएस की टीम ने भी मुआयना किया था लेकिन इतना ही पता लगा कि बारूद कम क्षमता वाला था। मौके से 12 बोर के कारतूस भी मिले थे लेकिन रिकार्ड में इस प्रकरण को भी दबा लिया गया था।
अस्थाई लाइसेंसधारकों पर भी नजर
पुलिस ने अब उन लाइसेंसधारकों की कुंडली भी निकाल ली है, जो पटाखा बिक्री के लिए अस्थाई लाइसेंस बनवाते हैं। ऐसे लाइसेंसधारकों के पास बिक्री का बचा हुआ माल होना लाजिमी है। ऐसे में पुलिस उन लाइसेंसधारकों के यहां भी छापामारी कर सकती है। भारी मात्रा में बारूद शहर की आबादी के बीच मौजूद होना खतरे का संकेत है। वर्जन ::
जितने भी लाइसेंस थे, सभी को निलंबित किया गया है। जब लाइसेंसधारक अपने भंडारगृह और निर्माण का स्थान शहर से दूर ले जाएंगे तो भौतिक सत्यापन के बाद उनके लाइसेंस बहाल किए जाएंगे। किसी के भी घर में आतिशबाजी मिली तो उसका जेल जाना तय है।
- जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी सिटी