Budaun: खेत की रखवाली कर घर लौट रहे किसान को सांड ने उठाकर पटका, दर्दनाक मौत
Budaun News मल्लाह मई गांव निवासी अवनीश सक्सेना मंगलवार शाम खेत की रखवाली करने गए थे। निराश्रित पशुओं के झुंड की फसल की रखवाली करने के बाद रात करीब 11 बजे घर लौट रहे थे। रास्ते में सांड खड़ा था अंधेरे में उन्हें ठीक से दिखाई नहीं दिया और जैसे ही वह सांड के करीब पहुंचे उसने हमला बोल दिया।

संसू, उझानी (बदायूं)। यूपी के बदायूं में सांड ने एक किसान को उठाकर पटक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना क्षेत्र के मल्लाह मई गांव की है। किसान मंगलवार रात खेत की रखवाली कर घर वापस लौट रहा था, तभी सांड ने हमला बोल दिया। गंभीर हालत में स्वजन उसे लेकर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने किसान को मृत घोषित कर दिया।
मल्लाह मई गांव निवासी अवनीश सक्सेना मंगलवार शाम खेत की रखवाली करने गए थे। निराश्रित पशुओं के झुंड की फसल की रखवाली करने के बाद रात करीब 11 बजे घर लौट रहे थे। रास्ते में सांड खड़ा था, अंधेरे में उन्हें ठीक से दिखाई नहीं दिया और जैसे ही वह सांड के करीब पहुंचे उसने हमला बोल दिया। सांड ने अवनीश को सींग से उठाकर पटक दिया। उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के किसान दौड़कर आए। लाठी-डंडों से मारकर सांड को खदेड़ा, लेकिन तब तक वह लहूलुहान हो चुके थे। स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। किसान की मौत हो जाने पर परिवार में चीख-पुकार मच गई।
बता दें कि योगी सरकार गोवंशीय पशुओं के संरक्षण पर विशेष जोर दे रही है। नगर निकायों से लेकर ग्राम पंचायतों तक अभियान चलवाकर पिछले दिनों निराश्रित गायों को पकड़वाकर गोशाला तो भिजवाया गया, लेकिन सांड़ों को पकड़वाने के लिए कोई पहल नहीं की गई है। शुरुआती दौर में गोशालाओं में गायों के साथ कुछ सांड भी बंद करवाए गए थे, लेकिन उन गोशालाओं में सांड़ों ने तोड़फोड़ कर दिया और गायों को भी घायल किया था। इसके बाद गोशालाओं में सांड़ों को रखना बंद कर दिया गया।
कई लोगों की जान ले चुके हैं सांड
जिला प्रशासन के निर्देशन में पशुपालन विभाग निराश्रित पशुओं को पकड़वाने की कोशिश तो करता रहा है, लेकिन सांडों को पकड़वाने में लापरवाही ही बरती जाती रही है। इसकी वजह से जिले में सांड़ों के हमले में कई लोगों की जान जा चुकी है। कुछ दिनों पहले सांड़ों के हमले बढ़ गए थे, तब कुछ सांडों को पकड़वाकर जंगल की तरफ छुड़वाया गया था। फिलहाल, सांडों को पकड़वाने के लिए कोई ठोस पहल नहीं दिखी है। नगर निकाय के कर्मचारी भी सांड को पकड़ने से कतराते ही दिखते हैं।
निराश्रित गोवंशीय पशुओं को अभियान चलवाकर पकड़वाया गया है। जहां से शिकायतें मिल रही हैं वहां सांडों को भी पकड़वाने के लिए टीम भेजी जा रही है। उझानी के मल्लाह मई गांव में सांड़ के हमले में किसान की मृत्यु दुखद है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर बिगड़ैल सांड़ों को पकड़वाया जाएगा। - मनोज कुमार, जिलाधिकारी

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