असली बिल वसूल रही नकली बिजली टीम
जिले में विद्युत विभाग की एक फर्जी टीम बिल का रुपया वसूल कर रही है।
बदायूं : जिले में इन दिनों असली विद्युत बिल को नकली बिजली की टीम वसूल रही है। बोलेरो में सवार होकर वसूली करने वाली कथित टीम द्वारा फिलहाल उघैती में उपभोक्ताओं से ठगी करने के मामले प्रकाश में आए हैं। टीम का एक सदस्य एसडीओ कहता है तो अन्य लाइन स्टाफ बताते हैं। इसमें अवर अभियंता ने पुलिस को तहरीर भी दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ठगी का शिकार हुए लोग भी पुलिस की शरण में पहुंचे, पर रिपोर्ट नहीं लिखी गई। नतीजतन, बोलेरो सवार लोग आए दिन किसी न किसी को शिकार बनाठगी कर रहे हैं।
केस एक
किसान को ठगकर गाड़ी से धक्का दिया
उघैती के सदरउद्दीन नगर निवासी विनोद कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि पांच फरवरी को उनके पास बोलेरो सवार दो लोग आए। इन लोगों में एक ने खुद को एसडीओ बताते हुए कहा कि उनके निजी नलकूप का बिल जमा नहीं हुआ है। इसलिए कनेक्शन काटा जाएगा, दोबारा कटिया के जरिये कनेक्शन चलता मिला तो मुकदमा भी लिखेंगे। हालांकि फौरी तौर पर 10 हजार रुपये बतौर बिल जमा करने पर कार्रवाई से बचा जा सकता है। किसान ने 10 हजार दिए तो टीम वहां से चली गई। इसके बाद पुन: 15 अप्रैल को टीम विनोद के पास पहुंची और 10 हजार और मांगे। पुरानी रकम की रसीद मांगने पर उसे गाड़ी में डालकर ले गए और गांव के बाहर धक्का देकर उतारते हुए भाग निकले। अब व्यापारी से दस हजार का बिल वसूल लिया
यही कथित टीम 18 मार्च को इसी गांव के आटा चक्की संचालक रौब सिंह के पास बकाया वसूलने के नाम पर पहुंची और 10 हजार रुपये लेकर चली गई। बिल की रसीद बिजलीघर पहुंचकर लेने को कहा। किसान बिजलीघर पहुंचा तो पता लगा कि कोई रकम उसके बिल में जमा नहीं हुई है। रौब सिंह ने पुलिस को यह भी बताया कि ठगों में एक इलाके के ही ईखखेड़ा गांव का रहने वाला है और दूसरा इस्लामनगर का निवासी है। दोनों के नाम भी तहरीर में लिखे गए मगर उसे टहला दिया गया। ठगी का शिकार लोगों ने जेई से शिकायत की
जिनके साथ ठगी हुई, वे लोग बिजलीघर पहुंचे और अवर अभियंता नेम कुमार को जानकारी दी तो उनकी तहरीरों की छायाप्रति समेत अवर अभियंता ने अपनी अलग तहरीर पुलिस को दी। ठगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, लेकिन यह तहरीर भी पुलिस दबा गई। कुल मिलाकर ठगों को पुलिस शह दे रही है, इस आशंका को नकारा नहीं जा सकता।
वर्जन
जेई ने कोई तहरीर नहीं दी है। खुद बिल वसूली के लिए इन युवकों को रखा है। ऐसा खुद जेई ने बताया है। रही बात ठगी की तो केवल दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई थी।
- प्रमोद कुमार, इंस्पेक्टर उघैती
वर्जन
विभाग ने इस तरह की कोई टीम वसूली के लिए नहीं बनाई है। किसी भी उपभोक्ता के पास संबंधित अवर अभियंता के अलावा कोई और व्यक्ति आता है तो उपभोक्ता सीधे मेरे मोबाइल नंबर पर कॉल कर सकते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।
- मधुप कुमार, अधीक्षण अभियंता