शिशु स्वास्थ्यशाला :: शिशु को आएगी अच्छी नींद तो रहेगा सेहतमंद
सुकून भरी नींद के लिए शिशु को रात में होने वाले गीलेपन से मुक्ति दिलाना जरूरी है। आपके शिशु को जितनी अच्छी नींद आएगी वह उतना ही सेहतमंद रहेगा। माताओं को इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि बच्चा भूखा न रहे। दैनिक जागरण और पैंपर्स की ओर से श्यामनगर स्थित एक होटल में गुरुवार को आयोजित शिशु स्वास्थ्यशाला में विशेषज्ञों ने माताओं को बच्चों की देखभाल और उन्हें सेहतमंद बनाए रखने के लिए तौर-तरीके समझाए।
जागरण संवाददाता, बदायूं : सुकून भरी नींद के लिए शिशु को रात में होने वाले गीलेपन से मुक्ति दिलाना जरूरी है। आपके शिशु को जितनी अच्छी नींद आएगी वह उतना ही सेहतमंद रहेगा। माताओं को इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि बच्चा भूखा न रहे। दैनिक जागरण और पैंपर्स की ओर से श्यामनगर स्थित एक होटल में गुरुवार को आयोजित शिशु स्वास्थ्यशाला में विशेषज्ञों ने माताओं को बच्चों की देखभाल और उन्हें सेहतमंद बनाए रखने के लिए तौर-तरीके समझाए। शिशु स्वास्थ्यशाला का उद्घाटन डीएम ने किया। उन्होंने बच्चों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए दैनिक जागरण के प्रयास की सराहना की। माताओं और शिशुओं के लिए चलाई जा रही सरकार की योजनाओं की भी जानकारी दी। सीएमओ ने मातृ वंदना, कन्या सुमंगला की जानकारी दी। बाल रोग विशेषज्ञ ने माताओं के सवालों के जवाब दिए। कार्यक्रम में पीडब्ल्यूडी के प्रशासनिक अधिकारी रवींद्र मोहन सक्सेना के अलावा शिशुओं के साथ सैकड़ों माताएं मौजूद रहीं।
बोले अफसर ::::::
जागरण ने स्वास्थ्यशाला आयोजित करके बेहतर प्रयास किया है। इससे महिलाओं के अलावा एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को भी काफी लाभ मिलेगा।
कुमार प्रशांत, डीएम अस्पताल पहुंचने के लिए 102 नंबर डायल कर एंबुलेंस की निश्शुल्क सुविधा भी प्राप्त कर सकती हैं। सरकारी अस्पतालों में बच्चों और महिलाओं का निश्शुल्क टीके लगाए जाते हैं।
डॉ.यशपाल सिह, सीएमओ बच्चों के बेहतर शारीरिक विकास के लिए 11 से 12 घंटे की नींद बहुत जरूरी है। इसका माताओं का ध्यान रखना चाहिए।
डॉ.शरद गुप्ता, बाल रोग विशेषज्ञ लकी ड्रॉ में मिला इनाम
शिशु स्वास्थ्यशाला में शामिल सभी माताओं के पंजीकरण फार्म लेकर लकी ड्रॉ निकाला गया। इसमें सलमी खालिद, अमरीन, तृप्ति कंचन, शकुंतला देवी, मीना राना विजयी रहीं, जिन्हें सम्मानित किया गया। इनके अलावा सभी माताओं को उपहार दिए गए। ये पूछे गए सवाल :
सवाल : डेढ़ साल का बेटा है, दूध पीने के बाद उसे दस्त लगते है
जवाब : सबसे पहले अपने बच्चे को दूध पिलाना बंद करें। दूध के बजाय शिशु से दूध से बनी वस्तुएं खिलाएं। दाल, दलिया, साबूदाना, केले के सेवन से समस्या दूर हो जाएगी।
सवाल : बेटी रात को सोती नहीं है
जवाब : इसकी दो वजह हो सकती है, डायपर का इस्तेमाल करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह पानी को पूरी तरह सोख रहा हो, अगर ऐसा नहीं है तो दो-दो घंटे पर डायपर बदलते रहें। दूसरा इसका ध्यान रहे कि वह भूखा न हो।
सवाल : पैंपर पैंट्स बच्चों की नींद में कैसे मददगार है
जवाब : सामान्य स्थिति में शिशु के लिए एक पैंपर पैंट्स एक रात के लिए पर्याप्त है। बार-बार नैपी नहीं बदलनी होगी, शिशु को नींद में बाधा नहीं आएगी। सफर में भी यह बहुत लाभकारी है।
सवाल : डायपर से बच्चों को क्या है नुकसान
जवाब : अब बेबी डायपर में आ रहे हैं जिसमें गीलेपन को सोखने की क्षमता अधिक है। ज्यादा समय तक गीला डायपर पहनने से दिक्कत हो सकती है, इसलिए दो से तीन घंटे बाद चेक कर लेना चाहिए।