वित्तमंत्री जी सुनिए :: हर वर्ग से जुड़ा है किराना, सस्ती हों घरेलू चीजें
केंद्र सरकार के आगामी बजट से हर वर्ग के लोगों की उम्मीदें टिकी हैं। व्यापारी हो सरकारी नौकरी करने वाला हो या प्राइवेट वाला। हर कोई अपनी सुविधा के अनुसार बजट का इंतजार कर रहा है। किसी की आस है कि टैक्स कम हो जाए तो कोई रोजमर्रा में उपयोग की जाने वाली चीजों के सस्ते होने के इंतजार में है। उसी प्रकार किराना बजार के व्यापारी और आम लोगों को घर की उपयोगी चीजों की कीमतें कम होने की उम्मीद है। किराना का व्यापार हर घर से सीधे तौर पर जुड़ा होता है। घर को चलाने के लिए राशन की जरूरत होती है और किराना की दुकान से ही मिलता है। व्यापारियों की मांग है कि घी तेल मसाले दलहन आदि की कीमतें नियंत्रण में आएं तो ग्राहक पहले की तरह भरपूर सामान ले जा सकेंगे। जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा होगा। आज के समय ग्राहक महंगी चीजों की वजह से कम मात्रा में सामान का उपयोग करते हैं।
जागरण संवाददाता, बदायूं : केंद्र सरकार के आगामी बजट से हर वर्ग के लोगों की उम्मीदें टिकी हैं। व्यापारी हो, सरकारी नौकरी करने वाला हो या प्राइवेट वाला। हर कोई अपनी सुविधा के अनुसार बजट का इंतजार कर रहा है। किसी की आस है कि टैक्स कम हो जाए तो कोई रोजमर्रा में उपयोग की जाने वाली चीजों के सस्ते होने के इंतजार में है। उसी प्रकार किराना बजार के व्यापारी और आम लोगों को घर की उपयोगी चीजों की कीमतें कम होने की उम्मीद है। किराना का व्यापार हर घर से सीधे तौर पर जुड़ा होता है। घर को चलाने के लिए राशन की जरूरत होती है और किराना की दुकान से ही मिलता है। व्यापारियों की मांग है कि घी, तेल, मसाले, दलहन आदि की कीमतें नियंत्रण में आएं तो ग्राहक पहले की तरह भरपूर सामान ले जा सकेंगे। जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा होगा। आज के समय ग्राहक महंगी चीजों की वजह से कम मात्रा में सामान का उपयोग करते हैं।
दलहन की कीमतें कम हो जाएं तो हर किसी को फायदा पहुंचेगा। फरवरी में आ रहे बजट से हर वर्ग को बहुत उम्मीदें हैं। कीमतें कम होंगी तो हर कोई आसानी से जीवनयापन कर सकेगा।
- हिमांशु राठौर।
किराना व्यापारी से हर किसी का जुड़ाव होता है। चाहें वह किसी भी वर्ग का हो। सरकार के बजट में घर के उपयोगी उत्पादों की कीमतें कम हों। चाहें शानों शौकत वाली चीजों के दाम बढ़ाने पड़ें।
- बुंदू खां। कम मात्रा में ही सामान की खरीदारी कर पाते हैं। महंगाई सातवें आसमान पर जा पहुंची है। जिसे नीचे लाने के लिए केंद्र सरकार को बजट में घरेलू उत्पाद की कीमतें कम करनी होंगी।
- आशू कश्यप।
किराना व्यापारियों के आगे सबसे ज्यादा समस्या महंगाई है। केंद्र सरकार ने बहुत सी चीजों पर लगाम लगाई है लेकिन उम्मीद के अनुसार महंगाई नियंत्रण में नहीं आ पा रही है। दुकान पर सामान लेने आने वाले ग्राहक कम मात्रा में ही सामान लेकर जाते हैं। जिससे मुनाफा कम होता है। सरकार के बजट में महंगाई कम करने का तरीका हो तो निश्चित रूप से बजट से हर वर्ग को खुशी मिलेगी।
- नील कमल गुप्ता।