कोहरे में चलने को तैयार कर लें वाहन
कोहरा-धुंध भरी रातों में वाहन चलाने के समय विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
बदायूं : कोहरा-धुंध भरी रातों में वाहन चलाने के समय विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। वाहन को कोहरे के लिए तैयार कर लें, उसमें हर सुविधा जोड़ दें। कहने छोटी बातें हैं, लेकिन बहुत जरूरी हैं। जो सड़क पर चलने के दौरान जीवन को सुरक्षित रखेंगी। कोहरे के समय में वाहनों की गति धीमी रखने के अलावा उसके पीछे रिफ्लेक्टर टेप भी लगाना जरूरी है। वाहन से ज्यादा बड़ा उपकरण पीछे ले जा रहे हो तो उसकी बॉडी के दोनों ओर रेडियम जरूर लगाएं।
कम रूपये खर्च करके भी सड़क पर दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। कोहरे के दिनों में रेडियम टेप, लाइट और इंडीकेटर ही दुरूस्त रखने मात्र से आधे से ज्यादा दुर्घटनाएं नहीं होंगी। कोहरे में वाहन चलाने के दौरान सामान्य लाइट के अलावा फॉग लाइट का प्रयोग के साथ पार्किंग लाइट का प्रयोग करें तो बेहतर होगा।लाइट को हमेशा ही लो बीम पर रखें। गति को कम रखें तो आगे से आने वाले वाहन आसानी से दिख जाते हैं। कोहरे में सड़क पर वाहन रोकने की जरूरत होने पर सड़क से वाहन को पूरी तरह से नीचे उतार लें। ट्रक के बाहर एक मीटर से ज्यादा सरिया निकालने पर ओवरलोड के अंतर्गत 4000 हजार रूपये पहले टन के हिसाब से जुर्माना वसूलने का नियम है। इसके बाद और टन पर तीन हजार रूपये प्रति के हिसाब से वसूला जाएगा। सरिया के पीछे लाल रंग की किसी चीज की ऐसी व्यवस्था भी होनी चाहिए जिससे पीछे से आने वाले वाहन को आपका वाहन दिख सके। विभाग की ओर से अनदेखी किए जाने की वजह से हर रोज जाने कितनी दुर्घटनाएं हो रही हैं। सफर पर जाने से पहले नींद का भी पूरा ध्यान रखें। पर्याप्त सोएं जिससे वाहन चलाते समय नींद न आए। अगर नींद आई तो आपके अलावा वाहन में बैठे अन्य लोगों को भी नुकसान होगा।
वाहन चलाते समय बरती जाने वाली सावधानी - शराब पीकर वाहन कभी न चलाएं।
- कोहरे में लो बीम पर ही लाइट रखें।
- हमेशा वाहन की दोनों लाइटें दुरुस्त रखें।
- वाहन के पीछे रिफ्लेक्टर टेप जरूर लगाएं।
- रास्ते में वाहन को सड़क के बाएं किनारे उतार लें।
- यातायात के बनाए संकेतांक का प्रयोग करें।
- कोहरे में पार्किंग लाइट का प्रयोग भी करें।
- सफर से पहले वाहन को पूरी तरह से चेक करें।
वर्जन :: फोटो 11 बीडीएन 18
कोहरे के दिनों में वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर टेप लगाना बहुत जरूरी है। सड़क पर वाहन को किनारे ही उतारकर खड़ा करें। ट्रक में सरिया लदी हो तो मात्र एक मीटर ही बाहर निकाला जा सकता है। इससे ज्यादा पर ओवरलोड की कार्रवाई अमल में लाई जाती है।
- एनसी शर्मा, एआरटीओ