डीपीआरओ ने पेश किए गलत आंकड़े, मिली प्रतिकूल प्रविष्टि
जिले में विकास कार्यो की हकीकत देखने आए आबकारी आयुक्त जिले के नोडल अधिकारी बदायूं पहुंचे।
बदायूं : जिले में विकास कार्यो की हकीकत देखने आए आबकारी आयुक्त जिले के नोडल अधिकारी धीरज साहू के निशाने पर मंगलवार को डीपीआरओ और सीएमओ रहे। समीक्षा बैठक में डीपीआरओ ने गलत सूचनाएं पेश कर दीं। वहीं सीएमओ पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे सके। इस बात पर नोडल अधिकारी ने डीपीआरओ को प्रतिकूल प्रवृष्टि देने के निर्देश दिए और सीएमओ को कड़ी फटकार लगाई। कहा कि वरिष्ठ अधिकारी को पहले ध्यान से प्रश्न सुनकर ही कम शब्दों में जवाब देना चाहिए। आगे से सुधार कर लिया जाए नहीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिले के सभी अधिकारियों की मौजूदगी में नोडल अधिकारी ने कानून-व्यवस्था और विकास कार्यो की बैठक की। विकास कार्यो, कानून व्यवस्था, निकायों में राजस्व वसूली, परिवहन, विद्युत देय, वाणिज्य कर, आबकारी विभागों के कर वसूली की समीक्षा की। चिकित्सकों, दवाओं की उपलब्धता की जानकारी पर सीएमओ ने बताया कि जिले में दो नए चिकित्सक तैनात हो गए हैं। जनपद में 260 दवाओं में केवल 195 दवाएं ही उपलब्ध हैं।
नोडल अधिकारी ने कहा कि दवाओं का इंडेंट भेजने के बाद संबंधित संस्था के पदाधिकारियों से अवश्य मोबाइल पर संपर्क किया जाए। डीपीआरओ की ओर से पेश आंकड़े गलत पाए जाने पर उन्होंने निर्देश दिए कि डीपीआरओ आंकडे़ बनाने वाले एडीओ का नाम बताएं नहीं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। माह दिसंबर में पूर्ण प्रतिरक्षित बच्चों का क्या प्रतिशत होना चाहिए के प्रश्न से संबंधित सही जानकारी इधर उधर के गलत जवाब देने पर सीएमओ की फटकार पड़ गई। उन्होंने निर्देश दिए कि समरेर सीएचसी की तरह उसावां और दहगवां की सीएचसी भी कार्यदायी संस्था से शीघ्र हस्तांतरित कर सीएचसी शिफ्ट की जाएं। अन्यथा स्वास्थ्य विभाग के जेई का वेतन रोक दिया जाए।