फसल बर्बाद होने की न करें चिंता, अब घर बैठे बीमा कराएं
अब किसानों को फसल बर्बाद होने पर चिंता नहीं करनी पड़ेगी।
बदायूं : यदि अब आपकी फसल आपदा या अन्य किसी कारण से बर्बाद होने की स्थिति में आ खड़ी है तो अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि बीमा कराकर आप नुकसान की भरपाई कर सकते हैं। कृषि विभाग इसके लिए घर बैठे फसल बीमा योजना लाया है। कहीं न जाकर घर बैठे आप योजना का लाभ ले सकते हैं। सहूलियत के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। उस पर कॉल कर संपूर्ण जानकारी देने के बाद आपका बीमा हो जाएगा। ज्यादा से ज्यादा किसान इससे जागरूक हों, इसके लिए विभाग प्रचार प्रसार को जागरूकता अभियान चलाएगा।
दरअसल, अभी तक दैवीय आपदा या बीज की खराबी से किसानों की फसल बर्बाद होने पर मुआवजा के नाम पर उन्हें सरकार की ओर से चंद रुपये दिए जाते थे। उसमें भी हल्का लेखपाल को सुविधा शुल्क देना पड़ता था। ऐसे में किसान अपने आपको ठगा सा महसूस करता था। इसका ध्यान रखते हुए प्रधानमंत्री ने फसल बीमा योजना संचालित की। बीमा योजना के नाम पर बीमा कंपनी व बैंक मनमानी करने लगे तो बड़ी संख्या में किसान वंचित रहने लगे। जब इस तरह की शिकायतें सामने आई तो कृषि विभाग सक्रिय हो गया। अब योजना से शत प्रतिशत किसानों को जोड़ने के लिए रणनीति तैयार की। इस रणनीति के बाद सभी किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। इन फसलों का होगा बीमा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत धान, मक्का, बाजरा, उड़द और तिल को शामिल किया गया है। इसके लिए किसानों को धान के लिए 982 रुपये, मक्का के लिए 622, बाजरा के लिए 544, उड़द के लिए 666, और तिल के लिए 304 रुपये प्रति हेक्टेयर की किस्त तय की गई है। यह देने होंगे कागजात
- आधार कार्ड की छायाप्रति
- पूर्णत: भरा हुआ प्रस्ताव पत्र
- नवीनतम खसरा/खतौनी की छायाप्रति
- बैंक पासबुक की छायाप्रति जिस पर खाता नंबर लिखा हो।
- बोआई प्रमाण पत्र कृषि या राजस्व विभाग के कार्मिकों द्वारा जारी हो। ऐसे करा सकेंगे बीमा
सभी कागजात बीमा कंपनी के प्रतिनिधि सुशील तिवारी मोबाइल के मोबाइल नंबर 8795680777 को उपलब्ध कराकर फसल बीमा कर सकते हैं। वर्जन ::
किसान अब घर बैठे फसल बीमा करा सकते हैं। यह सुविधा शुरू की गई है। टोल फ्री नंबर जारी किया है। इससे किसानों को सहूलियत मिलेगी। 31 जुलाई तक सभी किसान फसल बीमा करा सकते हैं।
- विनोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप