बाईपास की पुलिया का डीएम ने किया समाधान
बाईपास के बीच में सोत नदी की पुलिया न बनने से हो रहे हादसों को रोकने की योजना डीएम कुमार प्रशांत ने तैयार की है। नदी पर जब तक स्थाई पुल नहीं बनेगा तब तक वहां अस्थाई व्यवस्था कराने की रणनीति तैयार की है। सड़कों के सौंदर्यीकरण के दौरान निकाली गईं पुरानी इंटरलॉकिग ईंट रेता और भट्टे की राबिस डालकर बाईपास की राह को सुचारू किया जाएगा। डीएम ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं कि जल्दी ही इस समस्या का समाधान किया जाए।
जागरण संवाददाता, बदायूं : बाईपास के बीच में सोत नदी की पुलिया न बनने से हो रहे हादसों को रोकने की योजना डीएम कुमार प्रशांत ने तैयार की है। नदी पर जब तक स्थाई पुल नहीं बनेगा, तब तक वहां अस्थाई व्यवस्था कराने की रणनीति तैयार की है। सड़कों के सौंदर्यीकरण के दौरान निकाली गईं पुरानी इंटरलॉकिग ईंट, रेता और भट्टे की राबिस डालकर बाईपास की राह को सुचारू किया जाएगा। डीएम ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं कि जल्दी ही इस समस्या का समाधान किया जाए। बाईपास के बीच में पुलिया का निर्माण न होने से आए दिन हादसे होते रहते हैं। इससे तमाम लोग अब तक चोटिल हो चुके हैं तो वाहनों में भी जमकर नुकसान हुए हैं। पिछले सप्ताह पुलिया पर ऊबड़-खाबड़ जगह और मिट्टी धंसने की वजह से एक के साथ तीन ट्रक पलटे थे। सोमवार को डीएम ने हादसों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुल का निर्माण न होने तक अस्थाई व्यवस्था कराने की प्लानिग की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि जब तक पुल का निर्माण नहीं होता तब तक वहां अस्थाई व्यवस्था की जाए। इसके लिए जहां भी इंटरलॉकिग सड़कों की मरम्मत हुई है वहां से निकाली गईं पुरानी ईंट, राबिस और रेता डालकर उतनी दूरी को दुरुस्त कर दिया जाए। इससे राहगीरों को कोई जोखिम नहीं उठाना पड़ेगा। डीएम की इस पहल से पुल बनने तक राहगीरों को समस्याओं का सामना करना नहीं पड़ेगा।