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डीएम साहब, यही गोसेवा है, खुले आसमान के नीचे तड़प रह गोवंश

घुमंतु गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीर हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 12:05 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 12:05 AM (IST)
डीएम साहब, यही गोसेवा है, खुले आसमान के नीचे तड़प रह गोवंश
डीएम साहब, यही गोसेवा है, खुले आसमान के नीचे तड़प रह गोवंश

बदायूं : घुमंतु गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीर हैं। इसलिए सूबेभर में गोवंशीय की सुरक्षा के साथ उनके खाने-पीने का इंतजाम करने के लिए अस्थाई गोशाला बनाने के निर्देश दिए हैं लेकिन यहां बदायूं जिले के समरेर क्षेत्र में गोसेवा के नाम पर बड़ा गड़बड़झाला देखने को मिल रहा है। एक तरह से कह सकते हैं कि सीएम के मंसूबों पर प्रशासनिक अमला पानी फेर रहा है। जिम्मेदार अधिकारी सरकार की नजरों में अपने नंबर बढ़ाने को दिखावे के कार्यक्रम कराकर खुद ही वाहवाही करवा रहे हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही है। उन्हें गोवंशीय पशुओं की चिंता ही नहीं है। करीब पांच सौ की संख्या में गोवंशीय पशुओं को समरेर क्षेत्र में खुले में छोड़ दिया लेकिन सुध नहीं ली। गोवंश आसमान के नीचे भूख से तड़प रहे हैं। खानपान का इंतजाम नहीं किया। शिकायत करने के बावजूद अफसर मौन हैं।

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घुमंतू और बेसहारा गोवंशीयों को पकड़कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए सीएम ने अभियान शुरू कराया है। अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर से लेकर गांवों तक अस्थाई गोशाला बनवाकर पकड़े गए पशुओं को वहां पर रखा जाए। इसके लिए गोशाला में पशुओं को सर्दी से बचाने के साथ ही उनके खानपान के विशेष इंतजाम करने को भी कहा। सीएम की सख्ती के बाद सतर्क हुए प्रशासनिक अमले ने टीमों का गठन कराकर घुमंतू पशुओं को पकड़वाना शुरू कराया। अस्थाई गोशाला के नाम पर भी सिर्फ औपचारिकताएं निभाई गई। अस्थाई गोशाला के नाम पर मोटा बजट जारी किया गया। इसके बाद भी दातागंज क्षेत्र में गोवंशीय के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए।

समरेर के पास करीब पांच सौ गोवंशीय पशुओं को पकड़कर उन्हें खाली मैदान में ही छोड़ दिया गया। गोवंश वहां खाली पेट तड़प रहे हैं। ऐसा नहीं कि इसकी जानकारी किसी को न हो, पता सभी को है। लोगों ने इसकी शिकायत सभी अधिकारियों से की, लेकिन वह अपने अन्य कार्यो में व्यस्त की बात करते रहे।

वर्जन ..

टीमों ने अस्थाई गोशाला के बजाए पशुओं को पकड़कर खुले मैदान में छोड़ा है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई कराएंगे। गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं होने देंगे।

- डॉ. एके जादौन, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी


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